लखनऊ: राजधानी में आशा स्कूल ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एम्पावरमेंट फॉर पर्सन विद मल्टीपल डिसेबिलिटी चेन्नई के साथ मिलकर प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया. लॉकडाउन के दौरान छात्रों में व्यवहार परिवर्तन पर चर्चा के लिए पेरेंट्स ट्रेनिंग वेबिनार आयोजित किया. इस दौरान व्यवहार परिवर्तन के संभावित कारणों के मुद्दे पर चर्चा की गई.
वेबिनार में कई लोगों ने लिया हिस्सा
मध्य कमान की जनसम्पर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि वेबिनार प्रशिक्षण उन अभिभावकों और दिव्यांग छात्रों के लिए एक वरदान साबित होगा. अतिथि वक्ताओं डॉ. हिमांशु दास, एनआईईपीएमडी चेन्नई के निदेशक और क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट एनआईईपीएम गौरी राजेश ने आगे आने वाली कठिनाइयों के बारे में बातचीत की. विद्यालय की प्रधानाचार्य शर्मिष्ठा बसु सहित विशेष शिक्षाविदों और स्कूल के चिकित्सक ने लाभकारी प्रशिक्षण सत्र के दौरान छात्रों की सहायता की. इस आयोजन में छात्रों के साथ कुल 56 अभिभावकों ने हिस्सा लिया.