लखनऊ: राजधानी में नो एंट्री के नाम पर ट्रैफिक पुलिस के वसूली का एक बड़ा मामला सामने आया है. आरोप है ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर (TSI) रंजीत पाठक ने गोसाईगंज थाना क्षेत्र के अहिमामऊ चौराहे पर गुजरात के ट्रक चालक को रोक कर वसूली की नियत से 20 हजार चालान का दबाव बनाया. ट्रक मालिक ने इसकी डीसीपी ट्रैफिक से शिकायत की. डीसीपी ट्रैफिक ख्याति गर्ग ने एक्शन लेते हुए टीएसआइ को सस्पेंड कर विभागीय जांच के लिए टीम गठित की है, जो टीएसआइ पर लगे आरोपों की जांच करेगी.
जानिए पूरा मामला
डीसीपी ट्रैफिक के मुताबिक, बीते रविवार दोपहर टीएसआइ रंजीत पाठक अहिमामऊ में अपने ड्यूटी पॉइंट पर थे. इस दौरान उन्होंने गुजरात प्रांत का एक ट्रक रोका. ट्रक के मालिक गुजरात निवासी रमेश चंद्र हैं. उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार है. आरोप है कि टीएसआइ ने चालक को रोका और उससे कहा कि नो एंट्री में कैसे आ गए. इसके बाद उससे कागज लिया. कागज देखने के बाद उस पर 20 हजार रुपये चालान का दबाव बनाया. इसके बाद चालान के एवज में रुपयों की मांग की. चालक ने अपने मालिक को मामले की जानकारी दी. मालिक रमेश चंद्र ने टीएसआइ की शिकायत की थी. इसके बाद प्रथम दृष्टया टीएसआइ दोषी साबित पाए गये. हालांकि तथ्यों की पुष्टि के लिए मामले की जांच कराई जा रही है.
जीपीएस से पता किया तो वहां नो एंट्री का पॉइंट ही नहीं
ट्रक में जीपीएस लगा था. चालक ने जब मालिक रमेश चंद्र को बताया कि यहां नो एंट्री में उसे रोका गया है और दारोगा 20 हजार रुपये का चालान कर रहे हैं. इसके बाद रमेश चंद्र ने जीपीएस से चेक किया तो वह पॉइंट नो एंट्री का नहीं था. रमेश चंद्र ने डीसीपी ट्रैफिक से मामले की शिकायत की थी. उन्होंने ट्रक चालक द्वारा दिखाए गए कागजों को भी व्हाटसएप किया था.