लखनऊः राजधानी के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है. लॉकडाउन के दौरान ट्रैफिक मैनेजमेंट में राहत जरूर मिली है. क्योंकि वाहन सड़कों पर नहीं निकले. फिर भी लखनऊ पुलिस के सामने यह चुनौती बनी हुई है कि लॉकडाउन खुलने के बाद सड़कों पर निकलने वाले वाहनों को कैसे प्रबंधित किया जाएगा. ट्रैफिक पुलिस के अफसरों का कहना है कि ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. चौराहों पर ट्रैफिक लाइट प्रबंधन के लिए कई एक्सपर्ट कंपनियों की मदद ली गई है.
डीसीपी ट्रैफिक चारू निगम ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि लॉकडाउन के दौरान जहां लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. वहीं इस ओर भी काम कर रहे हैं कि जब लॉकडाउन खत्म हो जाएगा तो फिर लखनऊ के ट्रैफिक को कैसे प्रबंधित करना है. हालांकि, इस बात की संभावनाएं कम है कि लॉकडाउन खत्म होते ही भारी संख्या में वाहन सड़क पर आएंगे, लेकिन फिर भी अपनी ओर से सभी तैयारियां सुनिश्चित की हैं.
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उनका कहना है कि इसके लिए कर्मचारियों को इंटीग्रेट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) की ट्रेनिंग दी गई है. ट्रैफिक को मैनेज करने के लिए स्मार्ट सिटी के साथ मिलकर समीक्षा की गई है. चौराहों और सड़कों पर किस तरह से प्लान को जमीन पर उतारेंगे, इसके लिए प्रैक्टिकल भी कराया गया है. यह सभी कार्य लॉकडाउन के बाद सड़कों पर निकलने वाले वाहनों के मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं.