लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर जारी है. सोमवार को भी प्रदेश के कई स्थानों पर जमकर बारिश हुई. बारिश होने के कारण बाढ़ ग्रस्त इलाकों में मुसीबतें और भी बढ़ गई कई इलाकों में पानी भर गया. जिससे लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा. मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को भी कई जिलों में बारिश होने की चेतावनी जारी की है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अभी दो-तीन दिन तक भारी बारिश का सिलसिला लगातार चलता रहेगा. पश्चिमी विक्षोभ मध्य प्रदेश के उत्तरी पश्चिमी इलाके में सक्रिय है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के प्रदेशों में खासकर उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है.
सोमवार को राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो कि सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के पूर्वी व पश्चिमी इलाकों में बारिश होने के साथ-साथ आइसोलेटेड स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. राजधानी लखनऊ में सामान्यतः बादल छाए रहेंगे कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
सोमवार को राजधानी लखनऊ में भी जमकर बारिश हुई. बारिश होने से लखनऊ के पुराने लखनऊ, मड़ियांव, केशव नगर, आजाद नगर, बदलि खेड़ा, शमा विहार, सरोजनी नगर, आलमबाग में कई जगह जलभराव होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
इन जिलों में हुई बारिश
उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई. जहां पर 69 मिलीमीटर बारिश हुई इसके अलावा वाराणसी में 20, सोनभद्र में 24, बांंदा में 45, सुल्तानपुर में 38, रायबरेली में 20, उरई में 26, हमीरपुर में 18, शाहजहांपुर में 19, आगरा में 7.1 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
इन जिलों में जारी की गई चेतावनी
मौसम विज्ञान विभाग ने देवरिया, मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, गोरखपुर, बस्ती, झांसी, महोबा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, ललितपुर, गोंडा, जौनपुर, सुल्तानपुर, सिद्धार्थनगर, व इसके आसपास के इलाकों में बारिश की चेतावनी जारी की है. मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ जेपी गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 13 अगस्त तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. धीरे-धीरे बारिश का सिलसिला कम होगा.