ETV Bharat / state

पल्स ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी कर रहे डॉक्टर समेत तीन गिरफ्तार

पल्स ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी करने वाले एक डॉक्टर समेत कुल तीन लोगों को आलमबाग पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 535 पल्स ऑक्सीमीटर बरामद हुए हैं.

author img

By

Published : Apr 29, 2021, 6:14 AM IST

आलमबाग पुलिस
आलमबाग पुलिस

लखनऊः कोरोना महामारी के बढ़ते मरीजों के बीच कालाबाजारी करने वालों का कारोबार भी तेजी से चल रहा है. मरीज जितने बढ़ रहे हैं उतना ही इनका मुनाफा भी बढ़ रहा है. अभी हाल ही के दिनों में पुलिस ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों की गिरफ्तारी की, लेकिन इस बार पल्स ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी की जा रही थी. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर डॉक्टर समेत कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 535 ऑक्सीमीटर बरामद हुए हैं.

कालाबाजारी से पहले ही दबोचे गए
कोरोना महामारी में अक्सर मरीजों का ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है. मापने के लिए हाथों की उंगलियों में पल्स ऑक्सीमीटर को लगाया जाता है, लेकिन इस महामारी के दौरान इसका मिलना भी मेडिकल स्टोरों पर काफी मुश्किल हो गया है. इसको देखते हुए पल्स ऑक्सीमीटर की भी कालाबाजारी बड़े स्तर पर होने लगी है. बुधवार की रात को एलडी चौकी अंतर्गत डॉक्टर द्वारा अपने साथियों को यह बेचा जा रहा था, जिसके बाद डॉक्टर के साथी इस पल्स ऑक्सीमीटर को ऊंचे दामों पर बेच देते. लेकिन लखनऊ की आलमबाग पुलिस ने कालाबाजारी करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया.

क्या है पल्स ऑक्सीमीटर
पल्स ऑक्सीमीटर एक डिवाइस है. इसमें उंगली रखनी होती है, जिसके बाद रीडिंग आती है. इस टेस्ट में रोगी को किसी प्रकार का दर्द नहीं होता है. यह डिवाइस आपके खून में ऑक्सीजन के स्तर को मापने के काम आती है. यह डिवाइस शरीर में होने वाले छोटे से छोटे अंतर का भी पता लगा सकती है. यह एक छोटी-सीक्लिप जैसी डिवाइस होती है. जिसको डॉक्टर अक्सर गंभीर मरीज को लगाते हैं. एक आम व्यक्ति भी इसको अपनी उंगली में लगाकर अपने ऑक्सीजन स्तर को माप सकता है.

यह भी पढ़ेंः-चुनाव ड्यूटी से लौटे 11 अध्यापकों की कोरोना से मौत

इंस्पेक्टर ने दी जानकारी
इंस्पेक्टर आलमबाग अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को दिल्ली से लखनऊ पहुंची बस से एक युवक ने आकर डॉक्टर मारूफ को पल्स ऑक्सीमीटर दिया था, जिसकी कीमत बाजार में 400 रुपये है. डॉक्टर मारूफ बाराबंकी के रहने वाले हैं और वहीं पर एक हॉस्पिटल में डॉक्टर भी हैं. मारूफ ने अमित कुमार सिंह को यह पल्स ऑक्सीमीटर 1000 रुपये में बेचा था. अमित इंदिरा नगर के रहने वाले हैं. अमित इस पल्स ऑक्सीमीटर को अपने साथी खदरा हसनगंज निवासी अकील अहमद के साथ मिलकर महंगे दामों पर लोगों को बेचने का काम करते, लेकिन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इस 535 पल्स ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी होने से पहले ही आरोपियों को धर दबोचा है.

लखनऊः कोरोना महामारी के बढ़ते मरीजों के बीच कालाबाजारी करने वालों का कारोबार भी तेजी से चल रहा है. मरीज जितने बढ़ रहे हैं उतना ही इनका मुनाफा भी बढ़ रहा है. अभी हाल ही के दिनों में पुलिस ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों की गिरफ्तारी की, लेकिन इस बार पल्स ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी की जा रही थी. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर डॉक्टर समेत कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 535 ऑक्सीमीटर बरामद हुए हैं.

कालाबाजारी से पहले ही दबोचे गए
कोरोना महामारी में अक्सर मरीजों का ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है. मापने के लिए हाथों की उंगलियों में पल्स ऑक्सीमीटर को लगाया जाता है, लेकिन इस महामारी के दौरान इसका मिलना भी मेडिकल स्टोरों पर काफी मुश्किल हो गया है. इसको देखते हुए पल्स ऑक्सीमीटर की भी कालाबाजारी बड़े स्तर पर होने लगी है. बुधवार की रात को एलडी चौकी अंतर्गत डॉक्टर द्वारा अपने साथियों को यह बेचा जा रहा था, जिसके बाद डॉक्टर के साथी इस पल्स ऑक्सीमीटर को ऊंचे दामों पर बेच देते. लेकिन लखनऊ की आलमबाग पुलिस ने कालाबाजारी करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया.

क्या है पल्स ऑक्सीमीटर
पल्स ऑक्सीमीटर एक डिवाइस है. इसमें उंगली रखनी होती है, जिसके बाद रीडिंग आती है. इस टेस्ट में रोगी को किसी प्रकार का दर्द नहीं होता है. यह डिवाइस आपके खून में ऑक्सीजन के स्तर को मापने के काम आती है. यह डिवाइस शरीर में होने वाले छोटे से छोटे अंतर का भी पता लगा सकती है. यह एक छोटी-सीक्लिप जैसी डिवाइस होती है. जिसको डॉक्टर अक्सर गंभीर मरीज को लगाते हैं. एक आम व्यक्ति भी इसको अपनी उंगली में लगाकर अपने ऑक्सीजन स्तर को माप सकता है.

यह भी पढ़ेंः-चुनाव ड्यूटी से लौटे 11 अध्यापकों की कोरोना से मौत

इंस्पेक्टर ने दी जानकारी
इंस्पेक्टर आलमबाग अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को दिल्ली से लखनऊ पहुंची बस से एक युवक ने आकर डॉक्टर मारूफ को पल्स ऑक्सीमीटर दिया था, जिसकी कीमत बाजार में 400 रुपये है. डॉक्टर मारूफ बाराबंकी के रहने वाले हैं और वहीं पर एक हॉस्पिटल में डॉक्टर भी हैं. मारूफ ने अमित कुमार सिंह को यह पल्स ऑक्सीमीटर 1000 रुपये में बेचा था. अमित इंदिरा नगर के रहने वाले हैं. अमित इस पल्स ऑक्सीमीटर को अपने साथी खदरा हसनगंज निवासी अकील अहमद के साथ मिलकर महंगे दामों पर लोगों को बेचने का काम करते, लेकिन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इस 535 पल्स ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी होने से पहले ही आरोपियों को धर दबोचा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.