लखनऊ: राजधानी की अमीनाबाद पुलिस ने शनिवार रात नगर निगम कर्मी बनकर पटरी व्यापारियों को लोन दिलाने का झांसा देने वाले तीन ठगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पीएम स्वनिधि योजना का लाभ दिलाने के बदले व्यापारियों से रुपये वसूले थे. उनके पास से लैपटाप, 15 हजार रूपये नगदी व जाली फॉर्म भी बरामद हुए हैं.
क्या है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तीनों जालसाज देश के पीएम स्वनिधि योजना के नाम पर ठगी कर रहे थे. ये लोग लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं. किसी को शक न हो, इसके लिए आरोपी नगर निगम कर्मी होने का दावा करते थे. ये ठग पटरी दुकानदारों से ऑनलाइन फॉर्म भरवाने के नाम पर ठगी कर रहे थे. इन ठगों की पहचान बांदा निवासी ललित कुमार, हरिहर नगर नाका निवासी अनिल कुमार वाजपेयी और राजीव नगर कल्याणपुर गुडंबा निवाली शहबाज अली के रूप में हुई है.
ये ठग पटरी व्यापारियों के पास लैपटाप लेकर जाते हैं, जिसमें फर्जी फॉर्म होता था. इसके बाद ये पटरी व्यापारी के सामने ही फॉर्म भराते थे और जल्द ही लोन की राशि व्यापारी के खाते में जमा होने की बात कहते थे.
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इंस्पेक्टर अमीनाबाद आलोक राय ने बताया कि इन जालसाजों ने कुछ लोगों को निशाना बनाया था. पीड़ितों ने अमीनाबाद थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि इन ठगों के गैंग का पता लगाया जा रहा है. यह भी पता किया जा रहा है कि अब तक कितने लोग इस ठगी के शिकार हो चुके हैं.
क्या है यह योजना
केंद्र सरकार ने छोटे व्यापारियों की मदद के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना शुरू की थी. जिसमें आवेदन करने पर दस हजार तक का लोन दिया जाता है. पीएम स्वनिधि योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है. नगर निगम की तरफ से फॉर्म नहीं भराया जाता है, इसलिए इस समय लोगों को जालसाजों से सचेत रहने की जरूरत है.