लखनऊ: केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया. तीसरे चरण में आम लोगों में 60 वर्ष से अधिक और 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के वह लोग, जिनको शुगर, ब्लड प्रेशर आदि बीमारी हैं, उनको टीका लगाया जाना है. निजी अस्पतालों में टीका लगवाने के लिए लोगों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा. इसके लिए लोगों को 250 रुपये देने पड़ेंगे.
प्रत्येक जिले में बनाए गए तीन टीकाकरण केंद्र
तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के लिए उत्तर प्रदेश में 225 केंद्र बनाए गए हैं. लगभग 23,000 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा. प्रत्येक जिले में तीन टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं. निजी अस्पताल और दो सरकारी अस्पताल को टीकाकरण केंद्र बनाया गया है.
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वैक्सीनेशन के लिए कराना होगा पंजीकरण
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अशोक कुमार घई ने बताया कि बुजुर्ग और बीमारों को वैक्सीनेशन के लिए कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा. पंजीकरण के लिए पहचान पत्र और मोबाइल नंबर अनिवार्य है. 59 साल कुछ माह पूरे करने वाले ऐसे लोग जिनकी उम्र 2021 में 60 साल पूरी हो जाएगी, उन्हें भी वैक्सीनेशन का लाभ मिलेगा. शहरी क्षेत्र में लोग खुद पंजीकरण करा सकते हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में पंजीकरण के लिए एएनएम और आशा की मदद ली जाएगी.
निजी अस्पताल में वैक्सीन के बदले देने होंगे ढाई सौ रुपये
निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन करवाने पर 250 रुपये का भुगतान करना होगा. हालांकि, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में टीका लगाया जाएगा. 45 वर्ष से ऊपर बीमार लोगों को वैक्सीनेशन के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी होगा. इन लोगों को वैक्सीनेशन के दौरान अपना मेडिकल सर्टिफिकेट लाना होगा. केंद्र सरकार की ओर से 20 बीमारियों की लिस्ट तैयार की गई है. यह बीमारी होने पर टीकाकरण का लाभ मिलेगा. लाभार्थी सुबह 9 बजे से कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करा सकते हैं.
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16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की हुई थी शुरुआत
भारत में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई थी, तब पहले फेज में कोरोना वॉरियर्स, स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन देने काम शुरू किया गया था. केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त वैक्सीन लगाई गई.