लखनऊ: दिसंबर के दूसरे सप्ताह से लखनऊ जिले की सीमा में बड़े वाहनों की बेवजह आवाजाही पर रोक लग जाएगी. लखनऊ के भीतर से दूसरे जिलों में जाने वाले वाहन अब लखनऊ के बाहर से होकर गुजरेंगे जिसकी सीधी वजह यह है कि आउटर रिंग रोड का लोकार्पण अक्टूबर मध्य में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. 104 किलोमीटर लंबे इस आउटर रिंग रोड के निर्माण के साथ ही लखनऊ में रोजाना दो लाख बड़े वाहनों का आवागमन कम हो जाएगा. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की इस परियोजना पर 5000 करोड़ का खर्चा आया है.
गोसाईगंज से आगे रायबरेली रोड तक रायबरेली रोड से आगे कानपुर रोड तक कानपुर रोड आगे बढ़कर मोहन रोड को टच करेगा मोहन रोड से आउटर रिंग रोड हरदोई रोड की ओर पहुंचेगी जहां से यह सीतापुर रोड पर समाप्त हो जाएगा इस तरह से लखनऊ जिले के चारों ओर 104 किलोमीटर का य़ह रिंग पूरा हो जाएगा.
एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए शहर में नहीं आना होगा
रक्षा मंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि उदाहरण के तौर पर अगर आप सीतापुर से रायबरेली जाना चाहते हैं तब आपको लखनऊ शहर के भीतर से होकर आने की जरूरत नहीं है. आप सीतापुर रोड से आउटर रिंग रोड को पकड़ने के बाद सीधे रायबरेली रोड पर उतर जाएंगे. इसी तरह से मोहान रोड से फैजाबाद रोड जाने के लिए भी आपको लखनऊ के भीतर आने की आवश्यकता नहीं है. आगरा एक्सप्रेसवे के बाद आउटर रिंग रोड को पकड़ लीजिए और सीधे इसी रास्ते से फैजाबाद रोड तक आप पहुंच जाएंगे.
ऐसे ही लखनऊ से जुड़ने वाले हरदोई, सुल्तानपुर, कानपुर, सीतापुर अयोध्या और अन्य शहरों के लिए भी बाहर से ही रास्ता मिलेगा और लगभग तीन लाख वाहनों का लखनऊ के भीतर आना-जाना रुक जाएगा. दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि 15 से 31 दिसंबर के बीच आउटर रिंग रोड का लोकार्पण कर दिया जाएगा.
NHAI का रोड मगर नहीं लगेगा कोई टोल
5000 करोड रुपए की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इस 104 किलोमीटर लंबे फोर लेन सड़क का निर्माण कर रहा है मगर खुशी की बात यह है कि इस सड़क पर चलने के लिए कोई टोल नहीं देना होगा लखनऊ की आउटर रिंग रोड पूरी तरह से टोल फ्री होगी.
आगरा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी होगा कनेक्ट
आगरा एक्सप्रेसवे से उतरने के कुछ दूरी पर ही आउटर रिंग रोड की एक एप्रोच दी जाएगी. जिससे आप आसानी से जिले के अन्य हिस्सों में पहुंच सकेंगे. इसी तरह से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी करीब 2 किलोमीटर लंबी एक सड़क आउटर रिंग रोड को जोड़ेगी. जिससे यात्रियों को बहुत लाभ होगा.