लखनऊ: नवाबों की नगरी में प्रदेश का एकलौता बटरफ्लाई पार्क यानी तितली पार्क बनाया गया है. यह तितली पार्क नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में मौजूद है. अप्रैल 2018 से शुरू किए गए बटरफ्लाई पार्क में तमाम ऐसी खूबियां हैं जिन्हें दर्शकों को जरूर जानना चाहिए. अपनी तमाम खूबियों के साथ यह बटरफ्लाई पार्क न केवल दर्शकों बल्कि जीव जंतुओं को भी काफी लुभा रहा है.
बटरफ्लाई पार्क के बारे में बताते हुए लखनऊ चिड़ियाघर के निदेशक राजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पार्क में 72 तरह की तितलियों की संख्या देखी गई है. यह तितलियां प्राकृतिक रूप से बटरफ्लाई पार्क में रहती हैं और उन पर कोई किसी भी तरह का कोई बंधन नहीं लगाया गया है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में बनाया गया यह तितली पार्क पहला ऐसा पार्क है जिसमें तितलियों के लगभग सभी प्रजातियों के बारे में जानकारियां भी दी जा रही हैं.
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान लखनऊ चिड़ियाघर में एंटोंमोलॉजिस्ट और तितली पार्क के इंचार्ज अंकित रंजन पाठक ने बताया, सभी तिथियों का अपना-अपना सीजन होता है जिसमें वह दिखाई देती हैं पिछले 1 साल के सर्वे के अनुसार इस बटरफ्लाई पार्क में कई स्पीशीज देखी गई है.
वहीं इंचार्ज अंकित रंजन पाठक ने बताया कि जैव विविधता की बात करें तो प्राकृतिक रूप से बनाए गए इस पार्क में जीव जंतुओं और इंसेक्ट्स के लिए यह बेहतर और अनुकूल पर्यावरण है. इसके अलावा दर्शकों के लिए तितलियों को पहचानने के लिए लगाए गए साइन बोर्ड्स भी तितली पार्क की महत्ता को और अधिक बढ़ा देते हैं. इन साइन बोर्ड्स पर बटरफ्लाई पार्क में दिखने वाली तितलियों की तस्वीर के साथ उनका वैज्ञानिक नाम और कॉमन नाम शामिल किया गया है.