लखनऊ: राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज में भगवान परशुराम की प्रतिमा और 68 फीट ऊंचे फरसा का अनावरण सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया था. 8 जनवरी को इसका अनावरण हुआ था और करीब 10 दिन बाद भगवान परशुराम का फरसा गिरा नीचे गिरा दिखाई दिया. वहीं, इसको लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह के सवाल उठने शुरू हो गए. समाजवादी पार्टी के नेता व भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित कराने वाले पूर्व विधायक संतोष पांडे ने ईटीवी भारत से कहा कि फरसा गिरा नहीं है. उसमें प्रकाश की व्यवस्था करने लिए लाइट लगवाने के लिए नीचे उतरवाया गया है. नीचे उतरते समय भारी होने की वजह से वह डिसबैलेंस हो गया और जमीन पर तेजी से गिर गया. आज ही शाम तक उसमें स्ट्रीट लाइट लगाकर उसे खड़ा कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जो लोग अफवाह उड़ा रहे हैं कि भगवान का फरसा नीचे गिर गया, उसकी बातों में कोई सच्चाई नहीं है. वो केवल अफवाह उड़ा रहे हैं. वे लोग नहीं चाहते हैं कि भगवान परशुराम का सम्मान हो. समाजवादी पार्टी के साथ जो ब्राह्मण जुड़ रहे हैं. इसलिए इस प्रकार की साजिश और अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है.
हालांकि पूर्व विधायक संतोष पांडेय ने इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए कि जब उसे उतरवाने की व्यवस्था की गई तो हाइड्रोलिक या अन्य कोई मशीन के माध्यम से क्यों नहीं उतराया गया. जब वो वहां पर गिरा तो वायरल हो रहे वीडियो में कोई मशीन भी नहीं दिख रही है. जिससे की पूर्व विधायक की बात सच मानी जाए.
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