लखनऊ : देवरिया जिले के 'तेलिया अफगान' गांव का नाम बदलकर 'तेलिया शुक्ला' और गोरखपुर जिले में नगर पालिका परिषद 'मुंडेरा बाजार' का नाम बदलकर 'चौरी-चौरा' करने के लिए मंत्रालय द्वारा NOC जारी कर दी है. सरकार ने एक बार फिर भारत की अस्मिता से खेलने वाले नामों को बदल दिया है. तेलिया शुक्ला एक पुराना नाम था जिसको बदलकर मुगल काल में तेलिया अफगान कर दिया गया था. जिसको बदलने को लेकर सरकार की ओर से हरी झंडी मिल गई है. मुंडेरा बाजार की वह जगह है जहां अंग्रेजों के समय में चौरी चौरा एक्शन हुआ था. उसका नाम बदलकर भी योगी सरकार ने अपनी राष्ट्रवादी छवि को और निखारने की कोशिश की है. सरकार की ओर से केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव को समय पहले भेजा गया था. इसको लेकर गृह मंत्रालय ने अनापत्ति दे दी है. जल्द ही सरकार की ओर से नाम बदलने का नोटिफिकेशन (name change notification) जारी कर दिया जाएगा.
बता दें, इससे पहले योगी सरकार ने कई शहरों के नामों में बदलाव किया है. इलाहाबाद को प्रयागराज, फैजाबाद को अयोध्या, मुगलसराय को दीनदयाल उपाध्याय नगर सितारों से कई अन्य शहरों के नामों में भी बदलाव किया गया है. विपक्ष समय-समय पर इन बदलावों को लेकर आवाज उठाता रहा है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट कहना रहा है कि कोई भी नाम बदला नहीं गया है बल्कि जो नाम बदले गए थे उनको पुराना नाम वापस दिया गया है. जबकि विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर हमलावर होता रहा है. सरकार पर नाम बदलने को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया जाता रहा है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से लगातार नामों में बदलाव हो रहा है.
बहरहाल देवरिया जिले के 'तेलिया अफगान' गांव का नाम बदलकर 'तेलिया शुक्ला' और गोरखपुर जिले में नगर पालिका परिषद 'मुंडेरा बाजार' का नाम बदलकर 'चौरी-चौरा' करने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा NOC जारी कर दी है. सरकार इन दोनों स्थलों की ऐतिहासिकता को देखते हुए नामों को बदलने का प्रयास कर रही थी जो कि सफल हो गया है. योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर के चौरी चौरा से विशेष लगाव रहा है. उनके बाबा गुरु महंत दिग्विजय नाथ (Baba Guru Mahant Digvijay Nath) भी चौरी चौरा एक्शन से जुड़े रहे थे. इसलिए उन्होंने चौरी चौरा में विशेष आयोजनों पर बल दिया है.
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