लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के कुलपति के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. राजभवन की ओर से जारी विज्ञापन के अनुसार इच्छुक अभ्यर्थी राज भवन की वेबसाइट “www.upgovernor.gov.in” पर उपलब्ध निर्धारित प्रारूप में अपना आवेदन 15 मार्च तक केवल ऑन लाइन प्रेषित कर सकते हैं. निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले किसी भी आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा.
राज्यपाल के प्रमुख सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय अधिनियम, 2000 के अन्तर्गत स्थापित है. इस विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति उक्त अधिनियम की धारा-9 के अधीन गठित समिति द्वारा अनुसंशित पैनल में से कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल द्वारा की जानी प्रस्तावित है. कुलपति का कार्यकाल पदभार ग्रहण करने के दिनांक से तीन वर्ष की अवधि के लिए अथवा अपनी आयु 68 वर्ष पूर्ण करने तक, जो भी पहले हो, के लिए होगा. कुलपति के पद हेतु केवल वही व्यक्ति पात्र होगा, जिसने 65 वर्ष की आयु प्राप्त न की हो. चूंकि कुलपति विश्वविद्यालय का प्रधान कार्यपालक और शैक्षणिक अधिकारी होता है, इसलिए अभ्यर्थी में उच्च कोटि की क्षमता, सत्यनिष्ठा, नैतिकता एवं संस्थागत वचनबद्धता होनी चाहिए. अभ्यर्थी को प्राविधिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रख्यात शिक्षाविद होने के साथ-साथ ठोस प्रशासनिक अनुभव भी होना चाहिए.
गौरतलब है कि एकेटीयू में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कुलपति प्रो.प्रदीप कुमार मिश्र के खिलाफ राजभवन में शिकायत की गई थी. शिकायतों का संज्ञान लेकर राज्यपाल ने 30 जनवरी को जांच के आदेश दिए थे. जांच में इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज एसएन अग्निहोत्री को इंक्वारी जज बनाया गया है. इसके बाद चार फरवरी को राज्यपाल ने आदेश जारी कर उन्हें डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय से अटैच कर दिया था. वहीं लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आलोक कुमार राय को एकेटीयू का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया. इससे आहत होकर प्रो.प्रदीप कुमार मिश्र ने 7 फरवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.