लखनऊ: इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि 7 अप्रैल की रात 11:38 पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब आ जाएगा, लेकिन आज की रात चंद्रमा 98 प्रतिशत तक दिखेगा। 8 अप्रैल की सुबह 8:00 बजे चंद्रमा 100 प्रतिशत तक बड़ा हो जाएगा. बुधवार को पूर्णिमा भी है इसलिए इस अवस्था को हम सुपरमून भी कह सकते हैं.
सुमित ने बताया कि मंगलवार की रात दिखने वाला चंद्रमा धरती के सबसे करीब तो होगा लेकिन वह सुपरमून नहीं कहलाएगा. सुपरमून का अर्थ होता है चंद्रमा का 100 हिस्सा दिखाई देना. 8 अप्रैल को जैसे ही सूर्यास्त होगा तो सुपरमून लोगों को दिखने लगेगा. उस वक्त यह चंद्रमा 100 प्रतिशत तक दृश्य, बड़ा और चमकदार नजर आएगा.
बुधवार को दिखेगा सुपरमून
सुमित ने यह भी बताया कि मंगलवार की रात और बुधवार की सुबह के चांद के बीच में लगभग 85 किलोमीटर की दूरी ही शेष है. 7 अप्रैल की रात चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी मात्र 356900 किलोमीटर रह जाएगी. इस स्थिति को पेरिगी कहा जाता है. पेरिगी की स्थिति में पहुंचने के ठीक 8 घंटे 35 मिनट के बाद पूर्णिमा की अवस्था आएगी और उस वक्त चंद्रमा सुपरमून की स्थिति में होगा.