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सुन्नी वक्फ बोर्ड ने स्वीकार की अयोध्या में पांच एकड़ जमीन, मस्जिद के साथ बनेगा चैरिटेबल हॉस्पिटल

सुन्नी वक्फ बोर्ड ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मिली 5 एकड़ जमीन को लेने का फैसला किया है. सोमवार को हुई बैठक में सुन्नी वक्फ बोर्ड ने राज्य सरकार द्वारा 5 एकड़ जमीन को स्वीकार किया. बोर्ड ने इस जमीन के लिए ट्रस्ट गठित करने का फैसला लिया. जमीन पर एक मस्जिद का निर्माण किया जाएगा.

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वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ज़ुफ़र अहमद फ़ारूक़ी
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Published : Feb 24, 2020, 5:24 PM IST

Updated : Feb 24, 2020, 5:38 PM IST

लखनऊ: सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की सोमवार को हुई महत्वपूर्ण बैठक में सरकार की ओर से अयोध्या के रौनाही में मस्जिद निर्माण के लिए दी गई पांच एकड़ जमीन को स्वीकार कर लिया गया है. बोर्ड इस जमीन पर मस्जिद के साथ चैरिटेबल हॉस्पिटल और एक पब्लिक लाइब्रेरी का निर्माण कराएगा. साथ ही बोर्ड राम मंदिर ट्रस्ट की तर्ज पर ही एक ट्रस्ट का गठन भी किया जाएगा.

सुन्नी वक्फ बोर्ड ने स्वीकार की अयोध्या में पांच एकड़ जमीन.

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा जनपद अयोध्या में पांच एकड़ भूमि मस्जिद के निर्माण हेतु प्रदान की गई है. बैठक में भूमि को स्वीकार किए जाने का फैसला लिया गया. बोर्ड 5 एकड़ भूमि पर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट गठित करेगा. ट्रस्ट दी गई भूमि पर एक मस्जिद के साथ ऐसा केंद्र स्थापित करेगा जो सदियों तक इंडो-इस्लामिक सभ्यता को प्रदर्शित करेगा.

इसे भी पढ़ें: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत के लिए प्रदेश सरकार तैयार: ब्रजेश पाठक

ईटीवी भारत से खास बातचीत में सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर अहमद फारूकी ने कहा कि, अभी मस्जिद के निर्माण के लिए जमीन का कितना हिस्सा उपयोग में लिया जाएगा, इसका फैसला नहीं लिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि, अयोध्या के स्थानीय लोगों के हिसाब से मस्जिद की भव्यता निर्धारित होगी. इसके साथ ही जुफर अहमद फारुकी ने कहा कि, ट्रस्ट का स्वरूप किस तरह का होगा और कौन उसमें शामिल रहेगा अभी इसका निर्णय लेना बाकी है. उन्होंने कहा कि, इस फैसले को सर्वसम्मति से बैठक में पास किया गया है और जिन दो सदस्यों ने मीटिंग में शिरकत नहीं की है, वह पहले भी वक्फ बोर्ड की मीटिंग में नही शामिल होते रहे हैं.

लखनऊ: सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की सोमवार को हुई महत्वपूर्ण बैठक में सरकार की ओर से अयोध्या के रौनाही में मस्जिद निर्माण के लिए दी गई पांच एकड़ जमीन को स्वीकार कर लिया गया है. बोर्ड इस जमीन पर मस्जिद के साथ चैरिटेबल हॉस्पिटल और एक पब्लिक लाइब्रेरी का निर्माण कराएगा. साथ ही बोर्ड राम मंदिर ट्रस्ट की तर्ज पर ही एक ट्रस्ट का गठन भी किया जाएगा.

सुन्नी वक्फ बोर्ड ने स्वीकार की अयोध्या में पांच एकड़ जमीन.

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा जनपद अयोध्या में पांच एकड़ भूमि मस्जिद के निर्माण हेतु प्रदान की गई है. बैठक में भूमि को स्वीकार किए जाने का फैसला लिया गया. बोर्ड 5 एकड़ भूमि पर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट गठित करेगा. ट्रस्ट दी गई भूमि पर एक मस्जिद के साथ ऐसा केंद्र स्थापित करेगा जो सदियों तक इंडो-इस्लामिक सभ्यता को प्रदर्शित करेगा.

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ईटीवी भारत से खास बातचीत में सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर अहमद फारूकी ने कहा कि, अभी मस्जिद के निर्माण के लिए जमीन का कितना हिस्सा उपयोग में लिया जाएगा, इसका फैसला नहीं लिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि, अयोध्या के स्थानीय लोगों के हिसाब से मस्जिद की भव्यता निर्धारित होगी. इसके साथ ही जुफर अहमद फारुकी ने कहा कि, ट्रस्ट का स्वरूप किस तरह का होगा और कौन उसमें शामिल रहेगा अभी इसका निर्णय लेना बाकी है. उन्होंने कहा कि, इस फैसले को सर्वसम्मति से बैठक में पास किया गया है और जिन दो सदस्यों ने मीटिंग में शिरकत नहीं की है, वह पहले भी वक्फ बोर्ड की मीटिंग में नही शामिल होते रहे हैं.

Last Updated : Feb 24, 2020, 5:38 PM IST
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