लखनऊ: उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक मंगलवार सुबह 11 बजे माल एवेन्यू स्थित कार्यालय पर बुलाई गई है. बैठक में अयोध्या मामले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के रिव्यू पिटिशन और मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन को लेकर फैसला लिया जाएगा.
बैठक में वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर अहमद फारूकी सहित बोर्ड के 8 सदस्य शामिल होंगे, जो अयोध्या मामले के दो बिंदुओं पर मुख्य रूप से फैसला लेंगे. पहला यह कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या मामले पर रिव्यू पिटिशन किए जाने की बात कही थी, जिस पर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की राय को लेकर फैसला लिया जाएगा.
दूसरा महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में 5 एकड़ भूमि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को लेनी है या नहीं. जमीन लेनी है तो उस पर मस्जिद निर्माण किया जाएगा या मस्जिद निर्माण के साथ ही कुछ अन्य संस्थान बनाए जाने हैं. जिसमें मुस्लिम यूनिवर्सिटी और इस्लामिक सेंटर जैसे संस्थान खोले जाने को लेकर भी चर्चा की जाएगी. हालांकि इससे पहले उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर अहमद फारूकी ने कहा था कि वह अयोध्या फैसले का सम्मान करते हैं और रिव्यू पिटिशन दाखिल नहीं करेंगे.
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उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की इस बैठक में 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विचार किया जाएगा और जिस फैसले में मस्जिद निर्माण को 5 एकड़ जमीन दिए जाने को लेकर उस मुकदमे पर विस्तार से चर्चा की जाएगी. बैठक को लेकर एजेंडा दो बिंदुओं पर होगा, जिसमें रिव्यू पिटिशन पर सहमति या असहमति और जमीन लिए जाने को लेकर फैसला किया जाना है. इसके अलावा वक्त बोर्ड की जमीनों से संबंधित भी मामले की सुनवाई हमेशा की तरह बोर्ड की बैठकों में जो होते हैं, उसी तरह इस बोर्ड बैठक में भी किए जाएंगे.
सूत्रों के मुताबिक सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड मंगलवार की बोर्ड बैठक में रिव्यू पिटिशन का विरोध करेगा और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सर्वमान्य बताते हुए 5 एकड़ जमीन लिए जाने पर भी अपनी सहमति जताएगा.