लखनऊ : एक ओर जहां राजधानी की शहरी लोकसभा सीट पर बेरोजगारी, गरीबी, किसानों, नौजवानों के मुद्दों को लेकर बड़ी संख्या में लोग नामांकन के लिए प्रपत्र प्राप्त कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इसी से नामांकन करने वाली सुनीता सिंह चुनाव सिस्टम को बदलने की मांग कर रही हैं. बता दें कि राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी की प्रत्याशी सुनीता सिंह पेशे से एडवोकेट हैं और इन्होंने चुनाव चिन्ह के तौर पर अपनी फोटो प्रदर्शित करने के लिए आवेदन किया है.
राजधानी लखनऊ की दो लोकसभा सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया के दूसरे दिन दो लोगों ने नामांकन भरे. इस दौरान प्रत्याशी सुनीता सिंह ने ईटीवी से खास बातचीत में कहा कि चुनावी सिस्टम को बदलना ही उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के सिंबल पूरे साल भर अपना प्रचार करते हैं, जबकि जो निर्दलीय प्रत्याशी होते हैं उन्हें चुनाव से ठीक पहले सिंबल दिया जाता है, ऐसे में बराबरी नहीं रहती है.
उनकी मांग है कि चुनाव से पार्टी व्यवस्था खत्म करनी चाहिए और चुनाव आयोग को ऐसा नियम बनाना चाहिए कि लोग अपनी फोटो और पहचान के साथ ही चुनाव लड़ें. इस दौरान सुनीता सिंह ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी आज भी कम है. महिलाओं को मुख्य धारा में लाने के लिए और उनके विकास के लिए भी मुझे बहुत काम करना है. वह लखनऊ से चुनाव किसी को हराने के लिए नहीं लड़ रही हैं. बस वह मजबूती के लिये चुनाव लड़ रही हैं और अपनी बात को जनता तक पहुंचाना चाहती हैं.