लखनऊ: कोरोना संक्रमण को रोकने और समूल नष्ट करने के लिए गन्ना विकास विभाग सरकारी भवनों का सैनिटाइजेशन कराएगा. चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने प्रदेश के समस्त गन्ना परिक्षेत्र में सैनिटाइजेशन कराने के निर्देश दिए हैं. मंत्री के निर्देश के बाद गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने सभी गन्ना क्षेत्रों में स्थित चीनी मिलों के माध्यम से उनके निकटवर्ती सभी सार्वजनिक कार्यालयों को सैनिटाइजेशन कराने के शासनादेश जारी किया है.
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने कलेक्ट्रेट, एसएसपी कार्यालय, सीओ कार्यालय, पुलिस स्टेशन, चौकियां, जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, तहसील, जिला गन्ना अधिकारी एवं उप गन्ना आयुक्त कार्यालयों, केन सोसायटी, गांव, कस्बा, ब्लॉक और चीनी मिल गेट और सभी क्रय केंद्रों पर सैनिटाइजेशन कराने के निर्देश दिए हैं.
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गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए गन्ना परिक्षेत्र में लगातार सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है. किसानों को कोरोना वायरस से बचाव के उपाय भी लगातार लाउडस्पीकर से बताए जा रहे हैं. ये कार्य प्रदेश के सभी चीनी मिल क्षेत्रों में निरंतर किया जा रहा है ताकि लोग सुरक्षित रहें.
गन्ना विकास विभाग द्वारा चीनी मिलों के सहयोग से सहारनपुर परिक्षेत्र में 354 गांव, 22 कस्बों, 43 सार्वजनिक कार्यालयों, मेरठ परिक्षेत्र में 126 गांव, 13 कस्बों, 205 सार्वजनिक कार्यालयों, मुरादाबाद में 279 गांव, 13 कस्बों, 217 सार्वजनिक कार्यालयों का सैनिटाइजेशन कराया गया है. बरेली में 695 गांव, 9 कस्बों, 139 सार्वजनिक कार्यालयों, लखनऊ में 365 गांव, 27 कस्बों, 321 सार्वजनिक कार्यालयों का सैनिटाइजेशन कराया गया है.
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देवीपाटन मंडल में 122 गांव, 28 कस्बा, 172 सार्वजनिक कार्यालयों, अयोध्या में 57 गांव, 13 कस्बा, 52 सार्वजनिक कार्यालयों, गोरखपुर में 25 गांवों, दो कस्बों, 29 सार्वजनिक कार्यालयों और देवरिया क्षेत्र में 76 गांव, 19 कस्बा, 71 सार्वजनिक कार्यालयों को सैनिटाइजेशन कराया गया है.
गन्ना विकास विभाग द्वारा प्रदेश में अब तक 2099 गांव, 146 कस्बों तथा 1676 सार्वजनिक कार्यालयों को सैनिटाइजेशन कराया जा चुका है. अभी भी लगातार इस दिशा में कार्य जारी है. इससे कोरोना महामारी को रोकने में निश्चित रूप से सहायता मिलेगी.