लखनऊ: अखिलेश सरकार में शुरू हुई 12,460 शिक्षक भर्ती का विवाद सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा. भर्ती प्रक्रिया को पूरी करने के लिए मंगलवार को अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के घर के बाहर पहुंच कर सुंदरकांड का पाठ किया. छात्रों की मांग है कि सरकार कोर्ट में मजबूती से पैरवी कर भर्ती प्रक्रिया को पूरी करें.
12,460 शिक्षक भर्ती का आलम यह है कि एक ओर मामला कोर्ट में है, तो वहां तारीख लगने पर सरकारी अधिवक्ता नहीं पहुंचते. वहीं, अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने पर भी कोर्ट ने रोक लगा रखी है. जिससे 24 जिलों के 6,000 अभ्यर्थियों में नाराजगी है और वह सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग लगातार उठा रहे हैं. इसी को लेकर मंगलवार को 12,460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के घर, अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे.
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने संदीप सिंह के घर के बाहर ही हनुमान जी की तश्वीर रख कर सुंदरकांड का पाठ शुरू कर दिया. मौके पर भारी संख्या में पुलिस के साथ पहुंची डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश कर रही हैं.
24 शून्य जिलों का विवाद नहीं सुलझ रहा
15 दिसंबर, 2016 को शुरू हुई भर्ती में कई पेंच हैं. अखिलेश सरकार में शुरू हुई भर्ती को 23 मार्च, 2017 में योगी सरकार ने रोक लगा दी थी. जबकि 17 मार्च, 2017 को पहली काउंसलिंग हुई थी. क्योंकि, भर्ती के शुरुआत से ही 24 जिलों में पद रिक्त न होने की बात थी. जिसके कारण उन्हें दूसरे जिलों से फॉर्म भरने की इजाजत थी. लेकिन, अब इन्हीं जिलों के लगभग 6,000 अभ्यर्थियों को कोर्ट ने नियुक्ति पत्र देने से रोक लगा दी है. इसके कारण उनकी भर्ती अधर में लटक गई है.
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