लखनऊ: सरकार 'पढ़ो इंडिया, बढ़ो इंडिया' के नारे लगा रही है. वहीं दूसरी तरफ इस नारे के विपरीत राजधानी के सरोजिनी नगर थाना क्षेत्र में स्थित इटप इंस्टीट्यूट ऑफ टूल ट्रेनिंग के छात्रों का भविष्य अंधकार की तरफ जा रहा है. लिहाजा छात्रों ने इंस्टीट्यूट के मेन गेट पर ताला लगाकर प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी.
परीक्षा फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 15 नवंबर
विद्यार्थियों ने बताया कि एग्जामिनेशन फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 15 नवंबर है, जबकि अभी तक हमारे इंस्टिट्यूट में कोई भी सक्षम अधिकारी न होने की वजह से फार्म भरने की प्रक्रिया नहीं शुरू भी हो पाई है. विद्यार्थियों ने बताया यह पहला ऐसा प्रशिक्षण केंद्र है, जहां पर लगभग 35 सालों से कोई भी प्रधानाचार्य नियुक्त नहीं किया गया है. यह संस्थान बीटी यूपी द्वारा संचालित होता है. इसकी देखरेख का जिम्मा उत्तर प्रदेश सरकार पर भी है.
उद्योग मंत्रालय से संबंधित है इटप इंस्टीट्यूट
यह विद्यालय उद्योग मंत्रालय से भी संबंधित है. विद्यार्थियों ने बताया कि हमने मंत्री जी को भी पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया है, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. केवल हमें आश्वासन का लॉलीपॉप देकर वापस भेज दिया जाता है. छात्रों ने यह भी बताया कि अगर हमारा परीक्षा फॉर्म नहीं भरा गया तो जो हमने तीन साल पढ़ाई की है. वह सब बेकार हो जाएगी और हमारा भविष्य अंधकार के गर्त में चला जाएगा.
यहां पर कोई भी सक्षम अधिकारी तैनात नहीं किया गया, जिसकी वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जब तक कोई सक्षम अधिकारी नहीं आएगा, तब तक एग्जामिनेशन फॉर्म भरने की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाएगी.
-संजीव कुमार, असिस्टेंट प्रोग्रामर