लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का आने वाले दिनों में चक्का जाम हो सकता है. अगर ऐसा हुआ तो यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ ने रोडवेज में तैनात करीब 50 हजार कर्मियों के शोषण के खिलाफ 14 सूत्री मांगों को लेकर बसों का चक्का जाम करने की नोटिस सौंपा है. नोटिस में परिवहन निगम के अधिकारियों के रवैए के चलते कर्मचारियों का शोषण हो रहा है. परिवहन निगम का निजीकरण किया जा रहा है.
कई बार वार्ता के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला : इसके अलावा नियमित कर्मचारियों का 10 फीसदी डीए का भुगतान न करना, संविदा कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी की बढ़ोतरी न करना और संविदा कर्मचारियों की सेवा नियमावली नहीं बनाने के खिलाफ दो नवंबर को क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पर जनजागरण किया जाएगा. आठ नवंबर को परिवहन निगम मुख्यालय पर आंदोलन की शुरूआत होगी. संगठन के पदाधिकारियों ने बताया है कि नियमित और संविदा कर्मियों की मांगों को लेकर बार-बार वार्ता के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला.
कर्मचारियों ने दी आर-पार की लड़ाई की चेतावनी : कर्मचारियों का कहना है कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी है. समय रहते अधिकारियों ने समस्या का हल नहीं निकाला तो आंदोलन व्यापक रूप ले सकता है. उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि परिवहन निगम को बचाने व कर्मचारियों के हितों के लिए पूरी ताकत के साथ इस लड़ाई को लड़ा जाएगा. संघ के मीडिया प्रभारी रजनीश मिश्रा ने सभी नियमित व संविदा कर्मचारियों से इस संघर्ष में परिवहन निगम को बचाने में हिस्सा लेने की अपील की है.
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