लखनऊः आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस व उसके म्यूटेंट ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त हैं. इसी क्रम में उन्होंने यूपी में कोविड 19 की बढ़ती संख्या व उसके बचाव को लेकर अफसरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक में सीएम योगी ने अन्य राज्यों व विदेश से आने वाले हर व्यक्ति की ट्रेसिंग व टेस्टिंग कराने का सख्त निर्देश दिया है.
24 घंटे एक्टिव मोड में रखे जाएं इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर
सीएम ने कहा कि अन्य राज्यों अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग-टेस्टिंग की जाए. बस, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए. निगरानी समितियों के माध्यम से गांव-शहरी वार्डों में बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की टेस्टिंग कराएं और आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारन्टीन कर मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए. इसके साथ ही उन्होंने इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर 24×7 एक्टिव मोड में रखे जाने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत अभियान चलाकर प्रदेश के अस्पतालों को सुविधा संपन्न बनाया गया है. उत्तर प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से काफी प्रयास हुए हैं. कोविड के बढ़ते केस के बीच सभी संसाधनों की सूक्ष्मता से पड़ताल कर ली जाए. मॉक ड्रिल कर व्यवस्था की परख कर लें. अब तक 551 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं. प्रत्येक ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के लिए कम से कम तीन कार्मिकों की तैनाती की जाए. वेंटिलेटर, नीकू पीकू वार्ड की संख्या आवश्यकतानुसार और बढ़ाई जाए.
सीएम योगी ने कहा कि कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेशव्यापी रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू है. इसका सख्ती से अनुपालन कराया जाए. पुलिस बल लगातार गश्त करें साथ ही वरिष्ठ अधिकारी स्वयं फील्ड में उतर पर निरीक्षण करें. रात्रि में संचालित होने वाली औद्योगिक इकाइयों के कार्मिकों को आवागमन की छूट दी जाए. उन्होंने नोएडा, गाजियाबाद जैसे सीमावर्ती जनपदों में विशेष सतर्कता बरती जाने का निर्देश दिया.
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