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उत्तर प्रदेश में बढ़ रहा साइबर क्राइम, हर सिक्योरिटी को तोड़ रहे 'घाघ'

तकनीकी विकास के दौर में जिस तेजी से लोगों के हाथ में स्मार्टफोन पहुंच रहा है, उसी रफ्तार से साइबर क्राइम बढ़ रहा है. साइबर क्राइम से लड़ना आज हर सरकार के लिए बड़ी चुनौती है. साइबर क्राइम की रफ्तार उत्तर प्रदेश में भी तेजी से बढ़ी है. इसका खुलासा चौंकाने वाले आंकड़े कर रहे हैं.

उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध
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Published : Nov 26, 2020, 8:51 PM IST

लखनऊः सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है, यूपी में भी लगातार वृद्धि देखी जा रही है. 2018 में साइबर क्राइम के 6,280 मामले दर्ज किए गए थे. वर्ष 2019 में ये बढ़कर 11,416 हो गए.

उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध.

2019 के मुकाबले 2020 में अधिक मामले
साइबर क्राइम को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में 16 नए साइबर थाने खोलने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी थी. प्रदेश की योगी सरकार में 2018 में 6280 साइबर क्राइम के केस दर्ज किए गए थे. यह आकड़ा 2017 से 17 फीसदी अधिक है. साइबर क्राइम का आंकड़ा 2019 में 11,416 तक पहुंच गया. यह पिछले साल दर्ज हुए मामलों के मुकाबले 90 फीसदी से ज्यादा हैं. इस साल नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर 7 महीने में ही प्रदेश में 14,683 मामले दर्ज हो चुके हैं.

उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध का आंकड़ा.
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध का आंकड़ा.

स्मार्ट फोन के साथ बढ़ा साइबर क्राइम
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने संगठित अपराध के मामलों को नियंत्रित करने में सफलता पाई है, लेकिन बढ़ता साइबर क्राइम लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं. तकनीकी विकास के साथ हर हाथ में स्मार्टफोन पहुंचा है. इसके साथ ही साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहा है.

ऑनलाइन ठगी के मामले सबसे ज्यादा
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के मामलों में सबसे ज्यादा बैंक फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी के हैं. प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए योगी सरकार ने साइबर अपराध के लिए 16 नए थाने खोल दिए हैं. इन थानों पर 111 करोड़ रुपये भी खर्च किए हैं. इन थानों में 7000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. इसके पहले मात्र दो साइबर थाने ही थे.

उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध का ग्राफ
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के मामलों में हर साल बढ़ोतरी देखी जा रही है. पुलिस बढ़ रहे साइबर अपराध को काबू करने में नाकाम साबित हो रही है. सपा सरकार की 2014 और 2015 में साइबर अपराध के मामलों में तेजी देखी गई तो योगी सरकार के 2019 में 11416 मामले दर्ज हुए. यह मामले 2020 में केवल 7 महीने में बढ़कर 14683 पहुंच गए.

इन शहरों में खुले साइबर थाने
साइबर अपराध से लड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, बरेली, मुरादाबाद, बस्ती, गोंडा, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, अयोध्या, लखनऊ, नोएडा, सहारनपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर और वाराणसी में साइबर थाने खोल दिए हैं.

लखनऊ में साइबर अपराध के 4200 मामले
राजधानी लखनऊ में साइबर अपराध एसीपी विवेक रंजन राय ने बताया कि बदलते समय के अनुसार साइबर अपराध में बढ़ोतरी देखी जा रही है. बढ़ते साइबर अपराध में बैंक फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं. अकेले राजधानी में इस वर्ष 4200 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं. इनमें गिरफ्तारी भी हो रही है. वहीं बैंक फ्रॉड से लेकर छात्रों को भी जागरूक किया जा रहा है कि किस तरीके से साइबर अपराध से बच सकते हैं.

लखनऊः सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है, यूपी में भी लगातार वृद्धि देखी जा रही है. 2018 में साइबर क्राइम के 6,280 मामले दर्ज किए गए थे. वर्ष 2019 में ये बढ़कर 11,416 हो गए.

उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध.

2019 के मुकाबले 2020 में अधिक मामले
साइबर क्राइम को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में 16 नए साइबर थाने खोलने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी थी. प्रदेश की योगी सरकार में 2018 में 6280 साइबर क्राइम के केस दर्ज किए गए थे. यह आकड़ा 2017 से 17 फीसदी अधिक है. साइबर क्राइम का आंकड़ा 2019 में 11,416 तक पहुंच गया. यह पिछले साल दर्ज हुए मामलों के मुकाबले 90 फीसदी से ज्यादा हैं. इस साल नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर 7 महीने में ही प्रदेश में 14,683 मामले दर्ज हो चुके हैं.

उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध का आंकड़ा.
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध का आंकड़ा.

स्मार्ट फोन के साथ बढ़ा साइबर क्राइम
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने संगठित अपराध के मामलों को नियंत्रित करने में सफलता पाई है, लेकिन बढ़ता साइबर क्राइम लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं. तकनीकी विकास के साथ हर हाथ में स्मार्टफोन पहुंचा है. इसके साथ ही साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहा है.

ऑनलाइन ठगी के मामले सबसे ज्यादा
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के मामलों में सबसे ज्यादा बैंक फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी के हैं. प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए योगी सरकार ने साइबर अपराध के लिए 16 नए थाने खोल दिए हैं. इन थानों पर 111 करोड़ रुपये भी खर्च किए हैं. इन थानों में 7000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. इसके पहले मात्र दो साइबर थाने ही थे.

उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध का ग्राफ
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के मामलों में हर साल बढ़ोतरी देखी जा रही है. पुलिस बढ़ रहे साइबर अपराध को काबू करने में नाकाम साबित हो रही है. सपा सरकार की 2014 और 2015 में साइबर अपराध के मामलों में तेजी देखी गई तो योगी सरकार के 2019 में 11416 मामले दर्ज हुए. यह मामले 2020 में केवल 7 महीने में बढ़कर 14683 पहुंच गए.

इन शहरों में खुले साइबर थाने
साइबर अपराध से लड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, बरेली, मुरादाबाद, बस्ती, गोंडा, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, अयोध्या, लखनऊ, नोएडा, सहारनपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर और वाराणसी में साइबर थाने खोल दिए हैं.

लखनऊ में साइबर अपराध के 4200 मामले
राजधानी लखनऊ में साइबर अपराध एसीपी विवेक रंजन राय ने बताया कि बदलते समय के अनुसार साइबर अपराध में बढ़ोतरी देखी जा रही है. बढ़ते साइबर अपराध में बैंक फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं. अकेले राजधानी में इस वर्ष 4200 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं. इनमें गिरफ्तारी भी हो रही है. वहीं बैंक फ्रॉड से लेकर छात्रों को भी जागरूक किया जा रहा है कि किस तरीके से साइबर अपराध से बच सकते हैं.

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