लखनऊ : अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग हाउस से छात्रों को निकाल देने और हॉस्टल को सील कर देने को साप्रदायिक द्वेष भरी कार्रवाई बताया है. उन्होंने छात्रों को तत्काल हॉस्टल अलॉट करने की मांग की है. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में शाहनवाज़ आलम ने कहा कि 'यह पहली बार नहीं हुआ है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के किसी हॉस्टल से कोई संदिग्ध पकड़ा गया हो, लेकिन कभी भी कार्रवाई के नाम पर किसी हॉस्टल को खाली नहीं करवाया गया है. फिर एमबी हाउस के वासियों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार करने के पीछे सिवाए साम्प्रदायिक मानसिकता के और क्या वजह हो सकती है.'
उन्होंने कहा कि 'अभी विश्वविद्यालय में परीक्षाएं भी चल रही हैं, ऐसे में इस तुगलकी कार्रवाई का सीधा असर छात्रों के भविष्य पर भी पड़ेगा.' उन्होंने कहा कि 'यह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों की एकता को भी साम्प्रदायिक आधार पर तोड़ने की कोशिश है. क्योंकि यहां के छात्र शिक्षा और रोजगार विरोधी योगी सरकार को लगातार आंदोलनों से चुनौती देते रहे हैं. उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से निकले तमाम छात्रों से इस तुगलकी कार्रवाई के खिलाफ़ आवाज़ उठाने की अपील की है.'
ज्ञात हो कि प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के मामले में आरोपियों का संबंध इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल से जुड़े होने का आरोप है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. विश्वविद्यालय में एक ओर परीक्षा हो रही है, वहीं दूसरी ओर छात्रों को हॉस्टल से बाहर कर दिया गया है. इसको लेकर कांग्रेस ने आवाज उठाई है. कांग्रेस का कहना है कि 'जांच के नाम पर पुलिस विद्यार्थियों को परेशान कर रही है. परीक्षा के समय हाॅस्टल खाली करा लेने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनके पास रहने के लिए व्यवस्था नहीं है, ऐसे में वह परीक्षा की तैयारी सही से नहीं कर पा रहे हैं.
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