लखनऊ. यूनिवर्सिटी लखनऊ से संबद्ध कॉलेजों में सीटें बढ़ाने से पहले कॉलेजों के मानकों की जांच की जाएगी. खास तौर पर यूनिवर्सिटी से जुड़े चार नए जिलों के 354 कॉलेजों पर यह नियम लागू होगा. बता दें, बीते साल तक लखनऊ यूनिवर्सिटी (Lucknow university) से जुड़े यह कॉलेज कानपुर यूनिवर्सिटी से संबद्ध थे, ऐसे में इनकी भौतिकता की जांच यूनिवर्सिटी के पास नहीं थी. ऐसे में लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सीटें बढ़ाने से पहले मानकों की जांच करने की बात कही है.
लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन के अनुसार नए शैक्षिक सत्र 2022-23 में चार जिलों हरदोई, रायबरेली, लखीमपुर और सीतापुर के जो भी कॉलेजों सीटें बढ़ाने के लिए एलयू (LU) को प्रस्ताव भेजेंगे. अब पहले संबंधति कॉलेजों के मानकों की जांच की जाएगी. इसके बाद ही संबंधित कॉलेजों को सीटें बढ़ाने की अनुमित दी जाएगी. इस संबंध में चारों जिलों के सभी कॉलेजों की जानकारी दे दी गई है.
लखनऊ यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव का कहना है कि चारों जिलों के कॉलेजों को संबद्धता कानपुर यूनिवर्सिटी से मिले डॉक्यूमेंट के आधार पर दी गई है. ऐसे में इन कॉलेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों की संख्या व मान्यता से जुड़े दूसरे मानकों की जांच नहीं की गई थी. अब जब कॉलेज सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो मानकों को आधार बनाकर कॉलेजों के मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर फैकेल्टी की जांच के बाद सीटें बढ़ाई जाएंगी.
लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन के अनुसार नए सत्र में उपरोक्त चार जिलों से कुल छह कॉलेजों ने अपने यहां के विभिन्न कोर्सेज की सीट्स बढ़ाने के लिए प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. इनमें से चार कॉलेज हरदोई, सीतापुर से दो कॉलेज हैं. इन सभी कॉलेजों को मानक जांच कराने का आदेश भेज दिया है.
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