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स्पेशल रिपोर्ट : दो IPS अधिकारी, जिनकी तलाश कर रही UP पुलिस - आईपीएस मणिलाल पाटीदार

कुछ ही दिनों में साल 2020 गुजर जाएगा लेकिन यूपी पुलिस के लिए यह साल हमेशा याद रहेगा. राज्य का पुलिस विभाग अपने ही दो फरार IPS अधिकारियों की तलाश कर रहा है. दोनों ही IPS अधिकारियों पर इनाम का ऐलान भी किया गया है. देखिए यह रिपोर्ट...

आईपीएस
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Published : Dec 26, 2020, 7:45 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के दो IPS अधिकारी अपने ही विभाग के लिए मोस्ट वॉन्टेड बन चुके हैं. एक का नाम है मणिलाल पाटीदार तो दूसरे का अरविंद सेन. पहले बात मणिलाल पाटीदार की.

स्पेशल रिपोर्ट

निलंबित IPS मणिलाल पाटीदार का मामला

मणिलाल पाटीदार तब महोबा जिले के एसपी थे. उन पर क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी से रंगदारी मांगने और उनकी हत्या में शामिल होने का मुकदमा दर्ज है. फरार आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार पर पहले 25 हजार रुपए का इनाम था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया गया.

मणिलाल पाटीदार
मणिलाल पाटीदार

क्या है पूरा मामला

महोबा के कबरई निवासी इंद्रकांत त्रिपाठी ने 7 सितंबर 2020 को मणिलाल पाटीदार पर आरोप लगाए थे. तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर खनन के मामले में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया. इतना ही नहीं, इंद्रकांत त्रिपाठी ने मणिलाल पाटीदार पर खुद की हत्या कराने की आशंका जताते हुए एक वीडियो वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने के दूसरे ही दिन उन्हें गोली लग गई. इंद्रकांत त्रिपाठी को कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया और 13 सितंबर को इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत हो गई. मृतक कारोबारी के भाई ने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, कबरई थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार शुक्ला और सिपाही अरुण कुमार पर रंगदारी मांगने, हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. इस मामले में थानाध्यक्ष और सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया और तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार को निलंबित कर दिया गया.

निलंबित IPS अरविंद सेन का मामला

2003 बैच के आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन डीआईजी के पद पर तैनात थे. 13 जून को उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया. 22 अगस्त को सरकार ने अरविंद सेन को निलंबित कर दिया.

अरविंद सेन
अरविंद सेन

क्या है मामला

IPS अधिकारी अरविंद सेन का नाम पशुपालन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में शामिल है. पशुपालन विभाग घोटाले का सरगना आशीष राय ने अऱविंद सेन को दो बार में 20 लाख रुपए दिए थे, ताकि अरविंद सेन इंदौर के व्यापारी मनजीत सिंह भाटिया को धमकाएं. अरविंद सेन पर टेंडर में खामियों को लेकर व्यापारी को धमकाने का आरोप है. मनजीत सिंह भाटिया से 9 करोड़ 72 लाख रुपए भी ऐंठे गए. मनजीत सिंह ने 13 जून 2020 को हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया. सरकार ने अरविंद सेन को निलंबित कर दिया और फिलहाल वो फरार हैं. अरविंद सेन की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपए का इनाम भी रखा गया है.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के दो IPS अधिकारी अपने ही विभाग के लिए मोस्ट वॉन्टेड बन चुके हैं. एक का नाम है मणिलाल पाटीदार तो दूसरे का अरविंद सेन. पहले बात मणिलाल पाटीदार की.

स्पेशल रिपोर्ट

निलंबित IPS मणिलाल पाटीदार का मामला

मणिलाल पाटीदार तब महोबा जिले के एसपी थे. उन पर क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी से रंगदारी मांगने और उनकी हत्या में शामिल होने का मुकदमा दर्ज है. फरार आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार पर पहले 25 हजार रुपए का इनाम था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया गया.

मणिलाल पाटीदार
मणिलाल पाटीदार

क्या है पूरा मामला

महोबा के कबरई निवासी इंद्रकांत त्रिपाठी ने 7 सितंबर 2020 को मणिलाल पाटीदार पर आरोप लगाए थे. तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर खनन के मामले में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया. इतना ही नहीं, इंद्रकांत त्रिपाठी ने मणिलाल पाटीदार पर खुद की हत्या कराने की आशंका जताते हुए एक वीडियो वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने के दूसरे ही दिन उन्हें गोली लग गई. इंद्रकांत त्रिपाठी को कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया और 13 सितंबर को इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत हो गई. मृतक कारोबारी के भाई ने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, कबरई थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार शुक्ला और सिपाही अरुण कुमार पर रंगदारी मांगने, हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. इस मामले में थानाध्यक्ष और सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया और तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार को निलंबित कर दिया गया.

निलंबित IPS अरविंद सेन का मामला

2003 बैच के आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन डीआईजी के पद पर तैनात थे. 13 जून को उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया. 22 अगस्त को सरकार ने अरविंद सेन को निलंबित कर दिया.

अरविंद सेन
अरविंद सेन

क्या है मामला

IPS अधिकारी अरविंद सेन का नाम पशुपालन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में शामिल है. पशुपालन विभाग घोटाले का सरगना आशीष राय ने अऱविंद सेन को दो बार में 20 लाख रुपए दिए थे, ताकि अरविंद सेन इंदौर के व्यापारी मनजीत सिंह भाटिया को धमकाएं. अरविंद सेन पर टेंडर में खामियों को लेकर व्यापारी को धमकाने का आरोप है. मनजीत सिंह भाटिया से 9 करोड़ 72 लाख रुपए भी ऐंठे गए. मनजीत सिंह ने 13 जून 2020 को हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया. सरकार ने अरविंद सेन को निलंबित कर दिया और फिलहाल वो फरार हैं. अरविंद सेन की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपए का इनाम भी रखा गया है.

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