लखनऊ: बहुत पुरानी कहावत है कि 'पहला सुख निर्मल काया' यानी कि स्वास्थ्य ही हमारी समृद्धि है, वही असली सुख है. मनुष्य को शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग, प्राणायाम, व्यायाम जैसे उपाय करने की सलाह दी जाती है. इन्हीं में एक है हास्ययोग. हास्ययोग यानी हंसी-ठहाके शरीर को स्वस्थ रखने की कला. मतलब आप जितना ठहाके लगाकर हंसेंगे आपका शरीर उतना ही स्वस्थ रहेगा. इससे मन प्रसन्न रहेगा और जीवन खुशहाल रहेगा.
22 साल से चल रहा लाफिंग क्लब
राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर में 26 जुलाई 1998 को लाफिंग क्लब की शुरुआत हुई. क्लब संचालक शिवाराम मिश्र बताते हैं कि यह क्लब कभी नहीं रुका. पार्क में हर दिन हास्य योग का सिलसिला चलता रहा. क्लब में बच्चों से लेकर 80- 85 साल तक के बुजुर्ग आते हैं. लॉकडाउन के दौरान हम लोग पार्क में आना बंद कर दिया और घरों पर रहकर हास्य योग और व्यायाम करते रहे.
कोरोना काल में बुजुर्ग घर पर ही कर रहे योग
शिवाराम मिश्रा ने कहा कि अब जब देश अनलॉक की तरफ बढ़ा है तो फिर से क्लब से जुड़े लोग पार्क में आने लगे हैं. लेकिन, एहतियात के तौर पर बुजुर्गों को अभी भी घर पर रहकर ही योग करने की सलाह दी गयी है. उनसे वर्चुअल माध्यम से सम्पर्क किया जाता है. हमारा क्लब बुजुर्गों पर ज्यादा फोकस करता है. क्लब में आने से रिटायरमेंट के बाद का समय आसानी से कटता है.
रविवार को होता है विशेष प्रोग्राम
हास्य क्लब केवल हंसाने के लिए ही नहीं है. इस क्लब से जुड़े लोग पार्क में जब आते हैं तो वह हास्य योग के साथ-साथ अन्य छोटे व्यायाम भी करते हैं. इसके साथ ही प्रत्येक रविवार को एक छोटा सा इवेंट ऑर्गेनाइज किया जाता है. इसमें कभी भजन-कीर्तन तो कभी संगीत का आयोजन शामिल है.
ठहाकेदार 'हनुमान हंसी' समेत सात प्रकार का हास्य योग
शिवाराम मिश्रा बताते हैं कि क्लब में आने वाले लोग 30 से 40 मिनट के योगाभ्यास के दौरान 10 से 12 तरीके के शारीरिक व्यायाम और सात प्रकार की हंसी हंसते हैं. इनमें त्रिकोण आसन, वज्रासन, ताड़ासन, कटि चक्रासन जैसे आसन शामिल हैं. इससे एड़ी से चोटी तक एक्सरसाइज हो जाती है. इसके साथ ही बीच-बीच में हंसने का सिलसिला चलता रहता है. ठहाकेदार हंसी को 'हनुमान हंसी' कहते हैं.
इतने प्रकार की हंसी
हनुमान हंसी (ठहाकेदार हंसी)
मनभावन हंसी
गुंजरन हंसी (भ्रामरी)
शेर गर्जना हंसी
मुंह बंद करके गाल फुलाकर हंसना
एक दूसरे को देखकर प्रतिस्पर्धा हंसी
खेल एवं संगीत हंसी
हंसने के बहुत सारे फायदे हैं. हंसने से हमारा ब्लड सरकुलेशन ठीक रहता है. इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. नकारात्मक विचार दूर होते हैं. हंसने के दौरान गहरी सांस लेने की वजह से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बहुत अच्छा हो जाता है. आप तमाम चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं, क्योंकि चिंता ओढ़कर आप कुछ कर नहीं सकते हैं. समस्याओं से निजात पाने के लिए आपको कर्म करना होगा. पूरे मनोयोग से कर्म तभी कर सकेंगे जब आपका मन प्रसन्न होगा. सकारात्मक सोच के साथ होंगे. इसलिए हंसना जरूरी है.
डॉक्टर मनोज मिश्र, आयुर्वेद