लखनऊ : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा है कि 'बरसात आते ही भाजपा के कथित विकास का सच सामने दिख गया है. प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को जापान के क्योटो शहर बनाने का लुभावना सपना दिखाया था, वह सपना तो सपना ही रह गया. अलबत्ता काशी क्योटो के बजाय इटली के वेनिस शहर में तब्दील हो गया है, जहां पानी ही पानी है.'
उन्होंने कहा कि 'पुष्पवर्षा की नौटंकी रचने वाली भाजपा सरकार ने गंगा को निर्मल बनाने के नाम पर सिर्फ घोटाला ही किया है. गंदे पानी में श्रद्धालु स्नान, आचमन और जलाभिषेक करने को मजबूर है. कहा कि सावन में बाबा विश्वनाथ महादेव का जलाभिषेक करने के लिए कांवड़िये बड़ी संख्या में गंगा जल लेने आते हैं. काशी शहर के ददरी घाट और चीतनाथ घाट पर कांवडियों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है, लेकिन ददरी घाट पर नाले के पानी का तालाब बन गया है. गंगा जी की मुख्यधारा तक श्रद्धालुओं को नाव से पार जाना होता है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 'बड़बोले बयानों के बाद भी काशी में बिजली की आवाजाही से लोग त्रस्त हैं. ट्रांसफार्मर रखरखाव के अभाव में फुंक रहे हैं. भाजपा राज में महंगे बिल तो आ रहे हैं पर बिजली नहीं मिल रही है. उद्योग धंधे ठप्प हो रहे हैं. भाजपा सरकार के समय एक भी बिजली घर नहीं लगा, जो व्यवस्था और बिजली उत्पादन समाजवादी सरकार में हुआ था वह भी रख रखाव के अभाव में बर्बाद हो गया है.'