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किसी ने नहीं सोचा था कि सरकार छुपाएगी मौतों का आंकड़ा: सुनील सिंह 'साजन'

प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा था कि सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उप्र के 24 ज़िलों में मृत्यु का आंकड़ा सरकार द्वारा दिये गये आंकड़ों से 43 गुना तक अधिक है. इसी मुद्दे पर विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ने भी सरकार पर तंज कसा है.

किसी ने नहीं सोचा था कि सरकार छुपाएगी मौतों का आंकड़ा
किसी ने नहीं सोचा था कि सरकार छुपाएगी मौतों का आंकड़ा
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Published : Jun 22, 2021, 8:24 PM IST

लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा था कि सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उप्र के 24 ज़िलों में मृत्यु का आंकड़ा सरकार द्वारा दिये गये आंकड़ों से 43 गुना तक अधिक है.

  • सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उप्र के 24 ज़िलों में मृत्यु का आँकड़ा सरकार द्वारा दिये गये आँकड़ों से 43 गुना तक अधिक है।

    भाजपा सरकार मृत्यु के आँकड़े नहीं दरअसल अपना मुँह छिपा रही है।#NoMoreBJP

    — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 22, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इसी मुद्दे पर बोलते हुए विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी शुरू से इस बात को कह रही थी कि सरकार लगातार कोरोना से लोगों की हुई मौत के आंकड़े छुपा रही है. आखिरकार सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में इस बात का खुलासा भी हो गया है. मौत का आंकड़ा सरकार इस तरह से छुपायेगी किसी ने नहीं सोचा था. योगी जी ये आपके अपने लोग थे जो कोरोना से मरे हैं. उत्तर प्रदेश के झूठे आंकड़े पेश कर देश और दुनिया को आप क्या संदेश देना चाह रहे थे. 24 जिलों के आए आंकड़ों में 43 गुना ज्यादा मौतें सरकारी हिसाब से ज़्यादा हैं. आंकड़ें चीख-चीख कर कह रहे हैं कि सरकार सिर्फ कागजों में मैनेजमेंट का खेल, खेल रही है.



हर मोर्चे पर विफल रही सरकार

समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन का कहना है कि जब पूरा प्रदेश कोरोना की चपेट में था उस समय सरकार बंगाल और पंचायत चुनाव करा रही थी. अस्पतालों में व्यवस्था न होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई.



2022 के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को रिझाएगी सपा


उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी 2022 चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है. मिशन-2022 फतह की रणनीति के तहत तैयारी की जा रही है. पुराने फॉर्मूले पर ही सपा की नई रणनीति बन रही है. वैश्यों को जोड़ने के लिए व्यापारी सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. जिससे बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ा जा सके और प्रदेश की सत्ता से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंका जा सके. बताते चलें कि समाजवादी पार्टी लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार पर हमलावर रहती है.

लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा था कि सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उप्र के 24 ज़िलों में मृत्यु का आंकड़ा सरकार द्वारा दिये गये आंकड़ों से 43 गुना तक अधिक है.

  • सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उप्र के 24 ज़िलों में मृत्यु का आँकड़ा सरकार द्वारा दिये गये आँकड़ों से 43 गुना तक अधिक है।

    भाजपा सरकार मृत्यु के आँकड़े नहीं दरअसल अपना मुँह छिपा रही है।#NoMoreBJP

    — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 22, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इसी मुद्दे पर बोलते हुए विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी शुरू से इस बात को कह रही थी कि सरकार लगातार कोरोना से लोगों की हुई मौत के आंकड़े छुपा रही है. आखिरकार सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में इस बात का खुलासा भी हो गया है. मौत का आंकड़ा सरकार इस तरह से छुपायेगी किसी ने नहीं सोचा था. योगी जी ये आपके अपने लोग थे जो कोरोना से मरे हैं. उत्तर प्रदेश के झूठे आंकड़े पेश कर देश और दुनिया को आप क्या संदेश देना चाह रहे थे. 24 जिलों के आए आंकड़ों में 43 गुना ज्यादा मौतें सरकारी हिसाब से ज़्यादा हैं. आंकड़ें चीख-चीख कर कह रहे हैं कि सरकार सिर्फ कागजों में मैनेजमेंट का खेल, खेल रही है.



हर मोर्चे पर विफल रही सरकार

समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन का कहना है कि जब पूरा प्रदेश कोरोना की चपेट में था उस समय सरकार बंगाल और पंचायत चुनाव करा रही थी. अस्पतालों में व्यवस्था न होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई.



2022 के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को रिझाएगी सपा


उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी 2022 चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है. मिशन-2022 फतह की रणनीति के तहत तैयारी की जा रही है. पुराने फॉर्मूले पर ही सपा की नई रणनीति बन रही है. वैश्यों को जोड़ने के लिए व्यापारी सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. जिससे बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ा जा सके और प्रदेश की सत्ता से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंका जा सके. बताते चलें कि समाजवादी पार्टी लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार पर हमलावर रहती है.

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