लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा चालाकी से लोकतंत्र पर अवैध कब्जा करने के षडयंत्र में लगी है. झूठ और छल कपट के साथ वह प्रदेश में विकास की घड़ी की सुई पीछे करना चाहती है. भाजपा को यह पता चल गया है कि जनता उसे हटाने जा रही है. समाजवादी पार्टी लोकतंत्र और समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध है. जनता को लोकतंत्र बचाने के लिए पूरी सतर्कता और समझदारी से काम लेना होगा. यही आज का सबसे बड़ा राष्ट्रधर्म है.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नीति और नीयत को देखते हुए तो ऐसा लगता है कि भाजपा कम्पनी की सरकार बनाने पर तुली है. भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने सरकार बनवाई थी. भाजपा सरकार को कम्पनी बनाने के कार्य में लगी है. भाजपा का एजेंडा समाज से विषमता मिटाना नहीं, अमीरी और गरीबी के फासले को विस्तार देना है. किसान की खेती को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में बंधक बनाना और नौजवान के भविष्य को अनिश्चितता के अंधेरे गर्त में धकेलना है, ग्रामीण उद्योगों को मिटाकर बड़े औद्योगिक घरानों को बढ़ावा देना है.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा समाजवादी व्यवस्था लागू नहीं करना चाहती है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों को परेशानी में फंसाया है और उनके विरुद्ध अब निंदा अभियान भी चला रखा है. तथाकथित तीन कृषि सुधार कानूनों से कृषि व्यवस्था बदहाल होगी. चुनाव की बेला में भाजपा मतदाताओं को भ्रमित करने की रणनीति के तहत घोषणाओं का ढोंग और नौजवानों को राहत के ढोंगी रास्ते बताने में लग गई है. मनमानी लूट, अपराध, हत्या का रिकार्ड बनाने में भाजपा अव्वल है. कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है. महिलाएं और बच्चियां सर्वाधिक अपमान जनक जीवन जीने को मजबूर हैं.
संक्रमण के दौर से गुजर रही है देश की राजनीति
अखिलेश यादव ने कहा कि देश की राजनीति संक्रमण के दौर से गुजर रही है. स्वतंत्रता आंदोलन की सभी मान्यताएं ध्वस्त की जा रही हैं. संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है. अकेले समाजवादी ही भाजपा की कुनीतियों का मुकाबला कर सकते हैं. 2022 में होने वाले चुनावों में समाजवादी पार्टी के साथ लोकतांत्रिक शक्तियां भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगी.
‘राष्ट्रीय खेल दिवस‘ पर 'खिलाड़ी घेरा' आयोजित करेगी समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद की जयंती ‘राष्ट्रीय खेल दिवस‘ के अवसर पर समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में ‘खिलाड़ी घेरा‘ कार्यक्रम आयोजित करेगी. ‘खिलाड़ी घेरा‘ का मूल संदेश व उद्देश्य खिलाड़ियों की आवाज उठाना है.
खिलाड़ी घेरा के ये हैं मुख्य मुद्दे
उन्होंने बताया कि खिलाड़ी घेरा के मुख्य मुद्दे प्रमुख रूप से भाजपा सरकार द्वारा स्थानीय स्तर पर खिलाड़ियों की प्रतिभा-खोज की खामियां, खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया में अपारदर्शिता व पक्षपात, स्पोर्ट्स एकेडमियों की सीमित संख्या व अनुपलब्धता, खिलाड़ियों के लिये खेल व अभ्यास उपकरणों की कमी, स्थानीय, क्षेत्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं की अनियमितता, स्थानीय स्तर पर स्टेडियम की कमी व रखरखाव की समस्याएं हैं. इसके अलावा खिलाड़ियों पर मानसिक दबाव व मनोवैज्ञानिक प्रोत्साहन की कमी, खिलाड़ियों के समुचित शारीरिक विश्राम की कमी, खिलाड़ियों के मानदेय में भेदभाव, खिलाड़ियों की सामाजिक सुरक्षा की उपेक्षा व स्वास्थ्य बीमा का विषय, खिलाड़ियों के साथ लैंगिक भेदभाव व अनुचित व्यवहार, खिलाड़ियों पर प्रशासन-प्रबन्धन का दबाव, खिलाड़ियों के आवागमन, उनके उपकरणों के सुरक्षित परिवहन व रहने-खाने की व्यवस्था की कमियां, अंतरराष्ट्रीय मानकों के क्रीड़ा-प्रांगणों, प्रशिक्षकों व सुविधाओं की कमी, लोकप्रिय खेलों के आगे अन्य खेलों की उपेक्षा, प्रशिक्षकों को कम वेतन, मानदेय व दुसाध्य कार्यदशाएं शामिल हैं.
खिलाड़ियों के साथ विभिन्न प्रकार के भेदभाव, आर्थिक पारितोषिक व वेतन की अनियमितता, वृद्ध खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों की दीन-हीन अवस्था व पेंशन की समस्या, खिलाड़ियों पर खेल संगठनों का अनुचित दबाव, खिलाड़ियों पर राजनैतिक दबाव व राजनैतिक शोषण, विजेता खिलाड़ियों के प्रोत्साहन से अधिक ‘राजनेताओं के प्रचार‘ की समस्या है.
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घेरा बनाकर चर्चा करेंगे खिलाड़ी
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खिलाड़ियों से अपील की है कि प्रदेश के सभी खेलों से जुड़े स्थानीय, मंडलीय, राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी अपनी-अपनी समस्याओं एवं मांगों के लिए खिलाड़ी घेरा बनाकर चर्चा करेंगे. झांसी में मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में खिलाड़ी घेरा कार्यक्रम में समाजवादी स्पोर्ट्स विंग के प्रभारी हसनउद्दीन सिद्दीकी शामिल रहेंगे.