लखनऊ: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि नीचे से लेकर ऊपर तक, नख से लेकर शिखर तक भ्रष्टाचार में भाजपाई नेता, मंत्री और अधिकारी डूबे हुए हैं. घूस के रेट हर विभाग और कार्यालय में तय हैं. हर फाइल में भ्रष्टाचार शामिल है. यही भाजपा का रामराज है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में बांसगांव भाजपा सांसद पर बुजुर्ग अधिवक्ता की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा है. गंगा एक्सप्रेस-वे के नाम पर किसानों का उत्पीड़न हो रहा है.
बुधवार को जारी बयानों में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों की जमीन का बैनामा कराए बिना ही एक्सप्रेस-वे के नाम पर काम शुरू करवा दिया गया है. खबर है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश की सीमा पर वाहनों की आवाजाही में वसूली की जा रही है. इसमें मंत्री, विधायक, अधिकारी और स्थानीय पुलिस सभी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और उनके मंत्रीगण बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे पर इतरा रहे थे और इसे बड़ी उपलब्धि बता रहे थे. प्रधानमंत्री ने खुद इससे जनता को लाभ मिलने का बयान दिया था. 15 हजार करोड़ की लागत से बना ये एक्सप्रेस-वे 15 दिन भी नहीं चल पाया और रोजाना जगह-जगह धंसता जा रहा है. हमीरपुर में एक्सप्रेस-वे के अंडरपास में भी दरारें आ गई हैं और इटावा में भी सड़क धंस गई है.
अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं की जांच में गई टीम ने उसमें तमाम खामियों को इंगित किया है. समाजवादी सरकार में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता की प्रशंसा सभी कर रहे हैं. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के लड़ाकू विमान और माल वाहक हरक्यूलिस विमान भी उतर चुके हैं. भाजपा सरकार में बने बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के अलावा अन्य निर्माणकार्यों की भी पोल खुल रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के निम्नस्तर के निर्माण कार्यों की वजह से जनता की जान जोखिम में है और लोग प्रतिदिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं. आखिर भाजपा सरकार के निर्माण कार्यों की खामियों और लापरवाहियों का खामियाजा जनता क्यों भुगते? जनता टैक्स का पैसा भी दे और इलाज पर भी खर्च करे, यह कब तक चलेगा?
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अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है. सभी विभागों में ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है. जनता इस खेल में पिस रही है. जांच की आंच में बड़े-बड़े नाम आ रहे हैं. नमामि गंगे योजना में करोड़ों रूपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन गंगा अविरल, निर्मल नहीं हुई और न ही यमुना स्वच्छ हुई है. समाजवादी सरकार में गोमती नदी की सफाई के साथ-साथ गोमती रिवरफ्रंट बना था, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र था. भाजपा सरकार ने गोमती रिवरफ्रंट को भी बर्बाद कर दिया. जितना भ्रष्टाचार भाजपा राज में हो रहा है उतना तो पहले कभी किसी सरकार में नहीं हुआ. भ्रष्टाचारी, झूठी, जुमलोवाली भाजपा की डबल इंजन सरकार अब जनता के बर्दाश्त के बाहर होती जा रही है.
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