लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने गुरुवार को वेतन बढ़ोतरी सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर इको गार्डन में चल रहे यूपी 'डायल 112' महिला कर्मियों के धरने में पहुंचकर उनकी मांगों का समर्थन किया. राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह के निर्देश पर धरने पर पहुंचे अनिल दुबे महिला कर्मियों की मांगों का समर्थन करते हुए धरने पर बैठ गए. इस दौरान लखनऊ उत्तर से समाजवादी पार्टी की पूर्व प्रत्याशी पूजा शुक्ला भी महिलाकर्मियों से मिलने पहुंचीं.
उन्होंने धरने पर बैठी महिला कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 'डायल 112' महिला कर्मचारियों के धरने को कुचलने के लिए सरकार ने महिलाकर्मियों पर दो-दो केस दर्ज करा दिए. सरकार ने संवेदनशून्यता की सारी सीमा रेखा पार कर दीं. उन्होंने कहा कि पुलिस तंत्र को मजबूत करने के लिए कार्यरत महिला कर्मचारियों को नौकरी से निकलने का सरकार षड्यंत्र कर रही है, जोकि बहुत ही निंदनीय और असहनीय है. उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में महिला कर्मचारी ईको गार्डन में धरने पर बैठी हैं और सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही. उन्होंने भाजपा के महिला हितैषी होने को दिखावा बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार नौजवानों और महिलाओं को रोजगार मांगने पर पुलिस से पिटवाकर अपमानित करने का काम कर रही है.'
उन्होंने कहा कि 'डायल 112' की सेवा का भी रेलवे व एयरपोर्ट की तरह निजीकरण कर दिया गया जो गलत है. ईको गार्डन में धरना दे रहीं महिलाकर्मियों को भरोसा दिलाते हुए राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने कहा कि उनकी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय लोकदल और आरएलडी का नेतृत्व हमेशा उनके साथ खड़ा है. उनकी पांच सूत्रीय मांग जिनमें वेतन बढ़ोतरी, आकस्मिक अवकाश, साप्ताहिक अवकाश, मातृत्व अवकाश, स्थाई नौकरी व महिला कर्मियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की हैं, अगर सरकार नहीं मानती है तो महिला कर्मचारियों का मुद्दा देश की राज्यसभा में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह उठायेंगे.'
बता दें कि पिछले कई दिनों से 'डायल 112' की महिला कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी हैं. इस दौरान कई बार उनका पुलिस से विवाद भी हुआ. सरकार ने पुलिस अधिकारियों पर एक्शन भी लिया. धरने पर बैठे कर्मचारियों को न्याय का आश्वासन भी दिया, लेकिन अभी तक ईको गार्डन में महिला कर्मी धरने पर बैठकर सरकार से तत्काल अपनी मांगें पूरी करने का दबाव बना रही हैं.'