लखनऊ : राजधानी लखनऊ में तीन दोस्तों ने सात साल पहले अपने व्यापारी दोस्त को 82 लाख उधार दिए और फिर डेढ़ करोड़ वसूली के बाद मूलधन की डिमांड करने लगे. दोस्त धमकियों और बेइज्ती से डरे व्यापारी ने मौत को गले लगाने का फैसला किया और खुदकुशी का प्रयास कर डाला. गंभीर हालत में उसका इलाज अस्तपाल में चल रहा है. वहीं व्यापारी के पास से मिले सुसाइड नोट के आधार पर पत्नी ने सूदखोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. सुशांत गोल्फ सिटी इंस्पेक्टर अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित व्यापारी राजू चौरसिया का लोकबंधु अस्पताल में इलाज चल रहा है. राजू की पत्नी संध्या की तहरीर पर तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. तहरीर और सुसाइड नोट के आधार पर जांच की जा रही है.
सूदखोरों के डर से छुप कर रह रहा था परिवार : पत्रकारपुरम में फास्ट फूड की दुकान चलाने वाले राजू चौरसिया (45) कल्याणपुर में पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे के साथ रहता है. बीते एक वर्ष से व अकेले सुशांत गोल्फ सिटी में एक किराए के मकान में छुप कर रह रहा था. इसके पीछे के कारण उनके वो तीन दोस्त हैं, जिन्होंने सात वर्ष पहले उन्हें ब्याज पर 82 लाख रुपये उधार दिए थे. राजू बीते सात वर्षों से उधार चुका रहा है अब तक डेढ़ करोड़ रुपये भुगतान कर चुका है. बावजूद इसके उसके तीनों सूदखोर दोस्त और पैसों की डिमांड कर रहे हैं. सूदखोरों का कहना है कि अब तक सिर्फ ब्याज दिया गया है. मूलधन तो लौटना ही पड़ेगा. आरोप है कि तीनों सूदखोर राजू को आए दिन धमकाते हैं और दुकान में जाकर बेइज्त भी करते है.
सूदखरों को पैसे लौटाने के लिए गिरवी रख दिया घर : राजू के भाई रानू चौरसिया ने बताया कि राजू ने वैभव, अमित और श्रीष को घटना का कारण बताया है. रानू के अनुसार आरोपी उसकी दुकान पर अक्सर आया करते थे, लेकिन कभी उधार के पैसों के बारे में बात नहीं की. हालांकि बीते दो हफ्तों से आरोपी बार-बार फोन कर राजू से उधार निपटाने की बात कह रहे थे. अभी हाल ही में यह भी पता चला था कि सूदखोरों को पैसे लौटाने के लिए कल्याणपुर वाले मकान पर राजू ने लोन लिया था.
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