लखनऊ: राजधानी समेत प्रदेश के कई जिलों में लगातार हवा में प्रदूषण फैला हुआ था. बीते एक हफ्ते में एक्यूआई 400 के पार भी पहुंच गया था. वहीं शुक्रवार को राजधानी समेत कई जिलों में प्रदूषण से जहां थोड़ी राहत मिली है. वहीं दो जिले गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा में अभी भी हवा में प्रदूषण फैला हुआ है. लेकिन, राजधानी के तालकटोरा व कानपुर के नेहरू नगर इलाके की आबोहवा खराब रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 201, गाजियाबाद 311, ग्रेटर नोएडा 321, कानपुर 260, लखनऊ 225, मेरठ 134, मुजफ्फरपुर 245, नोएडा 273 दर्ज किया गया.
लखनऊ के इलाके का एक्यूआई
लखनऊ के इलाके | एक्यूआई |
लालबाग | 262 |
तालकटोरा | 325 |
सेंट्रल स्कूल | 174 |
गोमती नगर | 139 |
अन्य जिलों में इलाकों का एक्यूआई
अन्य जिलों में इलाके | एक्यूआई |
आईआईटीके कानपुर | 205 |
संजय पैलेस आगरा | 219 |
सेक्टर 1 नोएडा | 304 |
इंदिरापुरम गाजियाबाद | 337 |
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है.
हवा में हुआ सुधार
इस समय लखनऊ की हवा में सुधार हुआ है. वह बताते हैं कि लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया था. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह छोटे कण हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.