लखनऊ : पॉलिटेक्निक में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से जारी काउंसलिंग प्रक्रिया में दूसरे चरण से ही गड़बड़ियां सामने आईं तो परिषद के अधिकारियों ने आनन-फानन में 5वें चरण के बाद एक अन्य चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया कराने का निर्णय लिया. 10 सितंबर तक चलने वाली काउंसलिंग प्रक्रिया अब 15 सितंबर तक चलेगी. दरअसल, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से काउंसलिंग प्रक्रिया का हिस्सा बनने वाले अभ्यर्थियों को जो सीट अलॉट की गई, उसमें फीस जमाकर डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन कराने के बाद भी अभ्यर्थियों को सीट नहीं मिल सकी. परिषद अधिकारियों को जब इसकी सूचना मिली तो घबरा गए और आनन-फानन में एक अन्य काउंसलिंग प्रक्रिया 11 सितंबर से कराने का फैसला किया.
फीस जमा करने के बाद भी नहीं अलॉट हो रही सीट : प्राविधिक शिक्षा परिषद की गलतियों का खामियाजा अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है. अभ्यर्थियों ने प्रवेश के लिए सीट लॉक कर फीस जमा कर दी, इसके बाद वेरिफिकेशन कराने के बाद भी सीट न मिलने से वो सीटें खाली रह गईं और आगे की काउंसलिंग में चली गईं. इससे अभ्यर्थियों ने जिन सीट पर आवेदन किया था उनको अब दोबारा से छठी काउंसलिंग में शामिल करने की तैयारी है. पॉलिटेक्निक प्रवेश के लिए परिषद के आवेदन करने वाले पोर्टल पर सीटों का ब्यौरा अपलोड नहीं है. परिषद अधिकारियों ने खाली और भरी सीटों का ब्यौरा ही नहीं डाला है. इससे आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को समझ ही नहीं आ रहा है कि आखिर वो इंस्टिट्यूट च्वाइस में जिस कोर्स में सीट के आवेदन कर रहे हैं, उसमें सीट खाली भी है या नहीं.
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके श्रीवास्तव का कहना है कि 'पोर्टल में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. कुछ अभ्यर्थियों को सीट नहीं मिल पाई है. इसके लिए छठी काउंसलिंग कराई जा रही है. पोर्टल पर सीटों का ब्यौरा नहीं आ रहा है. इसकी जानकारी नहीं है. इसमें सुधार किया जाएगा.'