लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा. इससे पहले उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने अयोध्या में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए शहर की विशिष्ट पहचान को विश्व पटल पर लाने के लिए तैयारियां तेज कर दी है. भगवान श्रीराम के दिव्य मंदिर के लोकार्पण की डेट जैस-जैसे करीब आ रही है, तैयारियां तेज होती जा रही हैं. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग (Uttar Pradesh Tourism Department) में अयोध्या धाम में प्रवेश के प्रमुख छह मार्गों पर भव्य गेट कांप्लेक्स बनाएगा. इन 6 गेट कांप्लेक्स में से तीन गेट कांप्लेक्स (Six gate complexes will be built in Ayodhya) बनाने की मंजूरी भी मिल गई है.
करीब 60 करोड़ रुपये की लागत से अंबेडकरनगर, लखनऊ और रायबरेली रोड पर इन तीन गेट कांप्लेक्स का पहले चरण में निर्माण होगा. जबकि तीन अन्य गेट कांप्लेक्स को जल्द मंजूरी मिल जाएगा. इन गेट कांप्लेक्स में पर्यटकों के लिए लगभग सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी.
पर्यटन मंत्री (Tourism and Culture Minister Jaiveer Singh) ने बताया कि आयोध्या आने वाले सभी प्रमुख छह मार्गों पर देशी-विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गेट काम्प्लेक्स बनाए जाएंगे. अयोध्या से अंबेडकरनगर जाने वाले मार्ग पर राजेपुर गांव में पास 19.99 करोड़ रुपये से गेट कांप्लेक्स बनेगा. इसी तरह अयोध्या से रायबरेली जाने वाले मार्ग पर सरियांव गांव में करीब 19.73 करोड़ रुपये से गेट काम्प्लेक्स बनेगा. वहीं अयोध्या से लखनऊ मार्ग पर फिरोजपुर गांव में 20.20 करोड़ से गेट काम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा. मंत्री ने बताया कि इन सभी गेट काप्लेक्स में आवश्य सुविधाएं जैसे पार्किंग, शौचालय, बैठने के लिए छायादार स्थल, रोड, बागवानी समेत कई और विकास से जुड़े कार्य कराए जाएंगे.
जयवीर सिंह ने बताया कि मंदिर निर्माण के साथ भगवान राम की नगरी विश्व की सबसे सुंदरतम नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है. 22 जनवरी 2024 में भव्य गर्भगृह में भगवान राम विराजमान हो जाएंगे. इसी को देखते हुए पर्यटकों की संख्या में कई गुणा वृद्धि होने की संभावित है. यहां आने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं और भक्तों की सुख सुविधा को ध्यान में रखते हुए विकास के कार्यों को बहुत तेजी से पूरा किया जा रहा है.
इसी कड़ी में 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में एयरपोर्ट के संचालन शुरू कर सकते हैं. वही अयोध्या में हेलीपोर्ट बनाने की तैयारी भी चल रही है. सरयू नदी में यहां पर पहले से ही क्रूज सेवा शुरू कर दी गई है. मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में होने वाली बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए ही इन तीन गेट कांप्लेक्स को स्वीकृति मिली है. इसके अलावा तीन और गेट कांप्लेक्स प्रस्तावित हैं संभावना है कि जल्द ही उसे भी मंजूरी मिल जाएगी.