ETV Bharat / state

लखनऊ: बैंक से पैसे निकलने और फर्जी मार्कशीट प्रकरण के कनेक्शन की संभावनाएं, रिटायर्ड कर्मचारियों से होगी पूछताछ

author img

By

Published : Oct 10, 2019, 4:25 AM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय के बैंक से निकाले गए पैसे और फर्जी मार्कशीट प्रकरण मामले को लेकर एसआईटी एक बार फिर सक्रिय हो गई है. दोनों मामलों को एक साथ जोड़कर जांच की जा रही है

लखनऊ विश्वविद्यालय के मामलों में सक्रिय हुई एसआईटी

लखनऊ: पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के बैंक खाते से एक करोड़ से ज्यादा रुपए फर्जी तरीके से निकाल लिए गए थे. वहीं, इससे पहले विश्वविद्यालय का फर्जी मार्कशीट प्रकरण सामने आया था. जिसे देखते हुए एसआईटी एक बार फिर सक्रिय हो गई है और दोनों मामलों को एक साथ जोड़कर जांच की जा रही है.

लखनऊ विश्वविद्यालय के मामलों में सक्रिय हुई एसआईटी.
लखनऊ विश्वविद्यालय का विवादों से पुराना नाता रहा है. जहां अब खाते से 1,10,00,000 रुपए निकाल लिए गए और विश्वविद्यालय प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. वहीं, दूसरी ओर विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा लंबे समय से चलता आ रहा है. फर्जी मार्कशीट का धंधा उस समय उजागर हुआ था. जब जानकीपुरम निवासी एक युवक ने विश्वविद्यालय की मार्कशीट बनाने के नाम पर उसे ठगे जाने की एफआईआर दर्ज कराई थी.

यह भी पढ़ें: बलिया: देखते ही देखते टूट कर बह गया पुल का बड़ा हिस्सा
इसके बाद कई अन्य फर्जी मार्कशीट के मामले उभर कर सामने आये. जिसमें आईटी कॉलेज की एक छात्रा की मार्कशीट सामने आई थी. मार्कशीट के अंकों और लखनऊ विश्वविद्यालय में रजिस्टर्ड अंकों में अंतर पाया गया था. जिसने स्पष्ट कर दिया कि विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा किया जाता है. मामले की गंभीरता को समझते हुए लखनऊ पुलिस ने एसआईटी का गठन किया. और मामले की जांच करते हुए परीक्षा विभाग से जुड़े आधा दर्जन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था.
यह भी पढ़ें: सहारनपुर: दो समुदाय के लोगों में मामूली बात को लेकर विवाद, जमकर हुआ पथराव

लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी तरीके से निकाले गए पैसे और फर्जी मार्कशीट प्रकरण को लेकर जांच चल रही है. जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं.
अमित कुमार सिंह, एसआईटी प्रमुख

लखनऊ: पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के बैंक खाते से एक करोड़ से ज्यादा रुपए फर्जी तरीके से निकाल लिए गए थे. वहीं, इससे पहले विश्वविद्यालय का फर्जी मार्कशीट प्रकरण सामने आया था. जिसे देखते हुए एसआईटी एक बार फिर सक्रिय हो गई है और दोनों मामलों को एक साथ जोड़कर जांच की जा रही है.

लखनऊ विश्वविद्यालय के मामलों में सक्रिय हुई एसआईटी.
लखनऊ विश्वविद्यालय का विवादों से पुराना नाता रहा है. जहां अब खाते से 1,10,00,000 रुपए निकाल लिए गए और विश्वविद्यालय प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. वहीं, दूसरी ओर विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा लंबे समय से चलता आ रहा है. फर्जी मार्कशीट का धंधा उस समय उजागर हुआ था. जब जानकीपुरम निवासी एक युवक ने विश्वविद्यालय की मार्कशीट बनाने के नाम पर उसे ठगे जाने की एफआईआर दर्ज कराई थी.

यह भी पढ़ें: बलिया: देखते ही देखते टूट कर बह गया पुल का बड़ा हिस्सा
इसके बाद कई अन्य फर्जी मार्कशीट के मामले उभर कर सामने आये. जिसमें आईटी कॉलेज की एक छात्रा की मार्कशीट सामने आई थी. मार्कशीट के अंकों और लखनऊ विश्वविद्यालय में रजिस्टर्ड अंकों में अंतर पाया गया था. जिसने स्पष्ट कर दिया कि विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा किया जाता है. मामले की गंभीरता को समझते हुए लखनऊ पुलिस ने एसआईटी का गठन किया. और मामले की जांच करते हुए परीक्षा विभाग से जुड़े आधा दर्जन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था.
यह भी पढ़ें: सहारनपुर: दो समुदाय के लोगों में मामूली बात को लेकर विवाद, जमकर हुआ पथराव

लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी तरीके से निकाले गए पैसे और फर्जी मार्कशीट प्रकरण को लेकर जांच चल रही है. जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं.
अमित कुमार सिंह, एसआईटी प्रमुख

Intro:एंकर

लखनऊ। पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के बैंक खाते से 11000000 रुपए फर्जी तरीके से निकाल लिए गए पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है वहीं इस घटना से पहले लखनऊ विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर फर्जी मार्कशीट का मामला सामने आया था जिसको लेकर एसआईटी गठित की गई थी एसआईटी ने मामले की जांच करते हुए कई कर्मचारियों को गिरफ्तार भी किया था लेकिन अभी तक फर्जी मार्कशीट के धंधे के पीछे सक्रिय गैंग को पूरी तरीके से एसआईटी ने बेनकाब नहीं किया है इसी बीच लखनऊ विश्वविद्यालय में जिस तरीके से बैंक खाते से चेक का क्लोन बनाकर 11000000 रुपए निकाल लिए गए एसआईटी एक बार फिर सक्रिय हो गई है और दोनों मामलों को एक साथ जोड़कर जांच की जा रही है एसआईटी प्रमुख अमित कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी तरीके से निकाले गए पैसे व फर्जी मार्कशीट प्रकरण को लेकर जांच चल रही है जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं जो कि उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में सक्रिय हैं।


Body:विवो

उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय का विवादों से पुराना नाता रहा है। जहां अब खाते से 1,10,00,000 रुपए निकाल लिए गए और लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन को भनक तक नहीं लगी जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई है तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा लंबे समय से चलता आ रहा है। लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट का धंधा उस समय उजागर हुआ जब जानकीपुरम निवासी एक युवक ने लखनऊ विश्वविद्यालय की मार्कशीट बनाने के नाम पर 10000000 ठगे जाने की एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद कई अन्य मामले सामने आए जिनमें फर्जी मार्कशीट का मामला उभर कर सामने आया। आईटी कॉलेज की एक छात्रा की मार्कशीट सामने आई जिसमें मार्कशीट पर अंक और लखनऊ विश्वविद्यालय में रजिस्टर्ड अंकों में अंतर पाया गया। जिसने स्पष्ट कर दिया कि लखनऊ विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा किया जाता है। फर्जी मार्कशीट के गोरखधंधे के तार कई अन्य विश्वविद्यालयों से भी जुड़े हुए हैं। मामले की गंभीरता को समझते हुए लखनऊ पुलिस ने एसआईटी का गठन किया और एसआईटी ने मामले की जांच करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग से जुड़े आधा दर्जन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया।

फर्जी मार्कशीट प्रकरण पूरी तरीके से खत्म नहीं हुआ था कि लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से 11000000 रुपए निकल जाने का मामला सामने आया अब पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है अधिकारियों का कहना है कि जिस तरीके से बैंक से 11000000 रुपए विभिन्न जगहों से निकाले गए हैं इससे पीछे अंतरराज्यीय गैंग होने की संभावना है लिहाजा उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में भी तफ्तीश की जा रही है वहीं इस मामले में लखनऊ विश्वविद्यालय व बैंक कर्मचारी भी संदिग्ध है इस पहलू पर भी जांच की जा रही है।


Conclusion:संवाददाता
प्रशांत मिश्रा
90 2639 2526
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.