लखनऊ: राजधानी में कोरोना का ग्राफ दिन प्रतिदिन घट रहे हैं. वहीं अस्पतालों में भी लॉकडाउन के चलते कम लोग जांच कराने पहुंच रहे हैं. जिसके परिणाम स्वरूप संक्रमित मरीजों की संख्या भी कम हो रही हैं. यूपी में आंशिक लॉकडाउन 24 मई तक बढ़ा दिया गया है. लोग बाहर नहीं निकल रहे है. यही कारण है कि इन दिनों अस्पताल में सन्नाटा पसरा हुआ है.
हाल-ए-लोहिया अस्पताल का बताए तो, अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा में सन्नाटा पसरा है. वहीं अस्पताल के बाहर दर्जनों की संख्या में एंबुलेंस खड़े हैं. यह वहीं इमरजेंसी वार्ड है, जहां अप्रैल महीने में और मई के शुरुआत में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा था और इलाज के अभाव में मरीज अस्पताल की चौखट पर दम तोड़ दे रहे थे.
कम हो रही कोविड टेस्टिंग
लोहिया अस्पताल में कोरोना जांच सेंटर पर पहुंचे तो वहां के एक स्टाफ ने बताया कि इन दिनों कम संख्या में लोग कोरोनावायरस की जांच कराने आ रहे हैं. बीते रविवार को पहली पाली में 250 लोग कोरोना जांच कराने आए. वहीं दूसरी पाली में महज 98 लोग जांच कराने पहुंचे. ऐसे में साफ जाहिर होता है कि कोरोना का ग्राफ इसी वजह से कम हो रहा है. क्योंकि कम से कम लोग लॉकडाउन में इस समय अस्पताल में कोरोना जांच कराने पहुंच रहे हैं.
अस्पताल के बाहर खड़ी दर्जनों एंबुलेंस
एक दौर था जब मरीज एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे थे, जिसके कारण उनकी सांसें उखड़ जा रही थी, लेकिन इन दिनों अस्पताल के बाहर दर्जनों की संख्या में एंबुलेंस खड़े हैं. वहीं एंबुलेंस चालक सुनील ने बताया कि इस समय एंबुलेंस की ज्यादा बुकिंग नहीं हो रही है. इसलिए अस्पताल के बाहर ही एंबुलेंस खड़े हैं. अगर किसी मरीज का फोन आ जाता है तो हम तुरंत जल्द से जल्द मरीज के घर पहुंचने की कोशिश करते हैं.
अस्पताल परिसर में पसरा सन्नाटा
अप्रैल और मई महीने के शुरुआत में कोरोना संक्रमण के मरीज भारी संख्या में आ रहे थे. जिसके कारण अस्पताल में मरीजों की लाइन लगी रहती थी. कुछ मरीज ऐसे भी थे. जिन्हें समय से इलाज नहीं मिल सका और उन्होंने दम तोड़ दिया. लेकिन वर्तमान में लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी में और होल्डिंग एरिया में सन्नाटा पसरा है. बहुत कम ही लोग अस्पताल में दिखाई दिए.
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97 बेड खाली
अस्पताल के प्रवक्ता डॉक्टर श्रीकेश सिंह बताते हैं कि इन दिनों अस्पताल में सीरियस केस नहीं आ रहे हैं. और बीते कुछ दिनों से मरीजों को भर्ती कर लिया जा रहा है. क्योंकि अस्पताल में 97 बेड खाली हैं. इसलिए मरीज को जल्द से जल्द भर्ती कर लिया जा रहा है. लॉकडाउन के चलते कम संख्या में लोग कोरोना की जांच कराने आ रहे हैं.