लखनऊ : गुरु तेग बहादुर साहिब का प्रकाश पर्व 21 अप्रैल को मनाया जाएगा. इस अवसर पर लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने साहिब जी की जीवनी और सनातन धर्म को बचाने के लिए दिए गए योगदान को पाठ़यक्रम में शामिल करने की मांग की है. साथ ही सभी धर्मों का सम्मान करने के लिए लोगों को संदेश भी दिया.
हिंद की चादर श्रीगुरु तेग बहादुर सिखों के 9वें गुरु हैं. गुरु तेग बहादुर साहिब का प्रकाश पर्व बहुत ही भव्यता के साथ मनाया जाएगा. इस अवसर पर लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में इस उत्सव को भव्य रूप से आयोजित करने की तैयारियां की जा रहीं हैं. सनातन धर्म को बचाने के लिए गुरु जी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था.
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने सरकार से मांग की कि स्कूलों के पाठ्यक्रम में उनके योगदान और बलिदान को भी शामिल किया जाए ताकि आने वाली पीढ़ी उनके द्वारा दिखाए गए मार्गों का अनुसरण करें. साथ ही सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए आगे आएं.
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कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत ने बताया कि लखनऊ के इस ऐतिहासिक गुरुद्वारे में मनाए जा रहे विकास उत्सव के इस कार्यक्रम में विशेष रूप से पंत प्रसिद्ध रागी जत्थे गुरुवाणी कीर्तन के लिए आ रहे हैं. इनके द्वारा गुरबाणी, कीर्तन व गायन किया जाएगा. इसमें गुरु जी की जीवनी के बारे में बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि सिख समुदाय हर धर्म का सम्मान करता है. गुरुजी ने किसी भी धर्म में भेदभाव के बारे में नहीं बताया है. उनके अनुसार सभी लोगों को अपने-अपने धर्म का सम्मान करना चाहिए.
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