लखनऊ : मोहर्रम महीने का आगाज होते ही ताजिया बनाने और रखने को लेकर विवाद कि स्थिति उत्पन्न होने लगी है. यूपी के जौनपुर में शुक्रवार की रात ताजिया रखने को लेकर हुए विवाद और थाने के घेराव की खबर फैलते ही शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने घटना कि कड़ी निंदा की है. एक वीडियो जारी कर शिया धर्मगुरू मौलान यासूब अब्बास ने मुख्यमंत्री गुहार लगाते हुए कहा है कि उनरे जज्बातों को ना छेड़ा जाए. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा, कि जौनपुर व आगरा में इमामबाड़े में घुसकर पुलिस ने जारी मजलिस को रोकने की कोशिश की.
उन्होंने कहा कि 24 नियमों के तहत वहां पर मजलिस हो रही थी, लेकिन चौकी इंचार्ज बीच मजलिस में घुस गया. मौलाना ने कहा, कि हरदोई के अतरौली थाना क्षेत्र में एक जगह चल रही मजलिस को पुलिस ने जबरन रोक दिया. उन्होंने कहा, कि पुलिस की इस करतूत की वह निंदा करते हैं. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा, कि एक तरफ सबके विश्वास की प्रधानमंत्री मोदी बात कहते हैं वहीं दूसरी तरफ हम शिया समुदाय को केवल मातम करने की इजाजत भी नहीं दी जा रही है.
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा, कि उनके समुदाय के लोगों को ना ही ताजिए बनने दिए जा रहे हैं और ना ही उनको रखने दिया जा रहा है. धर्मगुरू ने जारी किए गए अपने वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा है कि उनके जज्बातों को न छेड़ा जाए.
मौलाना ने कहा, कि हम ना जुलूस उठाने की और ना ही निकलवाने की बात कर रहे हैं. हम केवल केंद्र सरकार और राज्य सरकार की गाइडलाइन के तहत अजादारी और धार्मिक प्रवचन करने की गुजारिश कर रहे हैं. उन्होंने सीएम योगी से गुहार लगाते हुए उत्तर प्रदेश में मोहर्रम के दौरान हो रही पुलिस की कार्यवाही को तत्काल रोकने की मांग की.
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