लखनऊः राजधानी में सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) को लेकर पिछले साल हिंसा हुई थी. इस हिंसा में कई लोगों को अभियुक्त बनाया गया था. अकेले ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में ही 27 लोग पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई. जिनमें अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. वहीं पुलिस ने फरार चल रहे 14 आरोपियों के पोस्टर लगा दिए थे. अब पुलिस ने शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिब्तेन नूरी को फरार घोषित किया है. साथ ही अब पुलिस ने 15 आरोपियों के पोस्टर जारी किए हैं.
कल्बे शिबते नूरी फरार घोषित
राजधानी लखनऊ में सीए और एनआरसी के मामले में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अब कमिश्नरेट पुलिस पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है. पिछले साल 2019 में 4 थानों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी. वहीं इस हिंसा में बड़ी संख्या में लोगों को अभियुक्त बनाया गया था. अब पुलिस इन फरार चल रहे अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है.
तीन लोगों ने किया आत्मसमर्पण
अब तक जहां 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है तो वहीं तीन लोगों ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है. वहीं अब तक 15 लोगों को फरार घोषित किया गया है. जिनके लिए चार थाना क्षेत्रों में पोस्टर चिपकाए गए हैं. इन फरार लोगों में धर्मगुरु कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिब्तेन नूरी को भी फरार घोषित कर दिया गया है. फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं.
इनाम घोषित
8 फरार आरोपियों पर 5000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है. पुलिस ने डुगडुगी पीटकर फरार आरोपियों की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई भी शुरू करा दी है. एसीपी चौक आई.पी सिंह के अनुसार जिन लोगों के पोस्टर लगवाए गए हैं. उनमें हसन, इरशाद और आलम ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है. जबकि बाकी लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं.