लखनऊ: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान अपने कोरोना संक्रमित कर्मचारियों और उनके आश्रितों को तुरंत भर्ती कर उन्हें इलाज की सुविधा मुहैया कराएगा. यह लाभ संविदा कर्मचारियों को भी दिया जाएगा.
कर्मचारी महासंघ के साथ बैठक में हुआ निर्णय
एसजीपीजीआई कर्मचारी महासंघ एवं संस्थान प्रबंध तंत्र के बीच सोमवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में संस्थान प्रशासन की तरफ से एसजीपीजीआई के निदेशक आरके धीमान, चेयरमैन एचआरएफ डॉक्टर सारस्वत, सीएमएस डॉ. आदित्य कपूर, इम्यूनोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता अग्रवाल, इमरजेंसी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. आरके सिंह, वैलनेस टीम के टीम लीडर डॉक्टर प्रभात तिवारी और कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारीगण के साथ सरोज वर्मा, केके तिवारी वार्ता में शामिल हुए.
हेल्थ केयर सर्विलेंस टीम के जरिए होगी भर्ती
वार्ता में शामिल कर्मचारियों के मुताबिक जिस भी कर्मचारी की तबीयत खराब है. वह अपने विभाग की टीम को तुरंत सूचित करेगा. विभाग की टीम, वैलनेस टीम को सूचित करेगी और भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
आरसीएच में बढ़ाए गए बेड
निदेशक ने वार्ता के बाद आरसीएच-2 में 18 बेड से बढ़ाकर 72 बेड कर दिए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर और जरूरत हुई तो अन्य स्थानों पर भी बेड बढ़ाए जाएंगे. जिस भी मरीज को भर्ती की जरूरत है. उसको तुरंत भर्ती किया जाएगा. उपरोक्त सभी बेड में ऑक्सीजन और कुछ बेड वेंटिलेटर और बाय पैप्प के बेड शामिल हैं.
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बढ़ेगा फार्मेसी स्टाफ
जनरल अस्पताल में दवा में जो देरी लग रही है. उसके लिए भी चेयरमैन एचआरएफ ने कहा है कि फार्मेसी के स्टाफ को और और ज्यादा बढ़ाया जाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो दवाई वितरण का काम दो शिफ्ट में कर दिया जाएगा. एक अलग से काउंटर भी खोला जा रहा है.
आंदोलित थे कर्मचारी और रेजिडेंट डॉक्टर
एसजीपीजीआई में एक कर्मचारी की पत्नी की मौत के बाद संस्थान के कर्मचारी और रेजिडेंट डॉक्टर आंदोलित थे. कर्मचारियों ने संस्थान के प्रशासनिक बिल्डिंग पर धरना प्रदर्शन भी किया था. रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी निदेशक को पत्र लिखा था.