लखनऊ: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के रेजिडेंट डॉक्टर और कर्मचारियों के बाद अब नर्सिंग स्टाफ ने भी अपने तेवर तीखे कर लिए हैं. संस्थान के नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन ने 2 मई से इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर संपूर्ण कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.
एसजीपीजीआई नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला और महामंत्री सुजान सिंह ने कहा है कि डॉक्टर्स के लिए होटल की व्यवस्था की जा रही है. नर्सिंग स्टाफ मर मरकर ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन उनके लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. आये दिन कितने नर्सिंग स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गए. एसोसिएशन ने मांग की है कि बीमार और संक्रमित नर्सिंग स्टाफ को तुरंत भर्ती कर इलाज की सुविधा मुहैया कराया जाए.
खाली पड़े हैं पद, ठप है भर्ती प्रक्रिया
एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि संस्थान में पद खाली पड़े हैं और भर्ती प्रक्रिया बंद पड़ी हुई है. उपलब्ध नर्सिंग स्टाफ से जबरन काम लिया जा रहा है. मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है तो वहीं नर्सिंग स्टाफ बहुत ही कम. एसोसिएशन ने स्टाफ के लिए हेल्प डेस्क औरसर्विलांस वैलनेस कमेटी के लिए डॉक्टर नामित करने की मांग की. एसोसिएशन ने 15 सूत्री मांगों से संबंधित पत्र निदेशक को देकर पूरा न होने की स्थिति में 2 मई से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी.
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