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लखनऊ: एसजीपीजीआई ने की अपील, प्लाज्मा देकर बनिए 'कोरोना फाइटर' - sgpgi lucknow appeals

राजधानी का एसजीपीजीआई कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए व्यक्तियों से प्लाज्मा डोनेशन की अपील कर रहा है. प्लाज्मा डोनेशन के लिए अपनी एलिजिबिलिटी की जानकारी के लिए कोई भी व्यक्ति 0522-2495411 नंबर पर फोन कर सकता है.

प्लाज्मा देकर कोरोना वायरस से बनिए 'कोरोना फाइटर'.
प्लाज्मा देकर कोरोना वायरस से बनिए 'कोरोना फाइटर'.
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Published : May 3, 2020, 1:40 PM IST

लखनऊ: राजधानी में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के बाद अब एसजीपीजीआई भी कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए व्यक्तियों से प्लाज्मा डोनेशन की अपील कर रहा है. आईसीएमआर की मंजूरी मिलने के बाद तय गाइडलाइंस के अनुसार अब एसजीपीजीआई भी कोरोना संक्रमण के मरीजों में प्लाजमा सेल थेरेपी की योजना बना रहा है.

संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अनुपम वर्मा ने बताया कि आईसीएमआर द्वारा तय की गई गाइडलाइंस के अनुसार अब हमें प्लाज्मा डोनेशन की अनुमति मिल गई है. ऐसे में हम उन कोरोना वायरस से स्वस्थ होने वाले लोगों से अपील करना चाहते हैं कि वह आगे आकर प्लाज्मा डोनेशन करें, ताकि इससे कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज किया जा सके.

ये महिलाएं डोनेट कर सकती हैं प्लाज्मा
इस प्लाज्मा डोनेशन के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए पुरुषों का ही प्लाज्मा लिए जाने की बात डॉक्टर अनुपम ने बताई है. डॉ. अनुपम के अनुसार महिलाओं में प्लाज्मा डोनेशन सिर्फ वहीं कर सकती हैं, जो एक बार भी मां न बनी हों. वह कहते हैं कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कुछ एंटीबॉडीज बन जाती हैं. यह कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. ऐसे में सिर्फ पुरुषों से ही प्लाज्मा डोनेशन की बात आईसीएमआर की गाइडलाइंस में भी कही गई है.

एक मरीज में एक बार में चढ़ाया जाएगा 200 ml प्लाज्मा
डॉ. अनुपम के अनुसार एक व्यक्ति से एक बार में 500 ml प्लाज्मा लिया जाएगा और यदि वह दोबारा प्लाज्मा देना चाहेंगे तो 14 दिन बाद दोबारा से वह डोनेट कर सकते हैं. एक मरीज में एक बार में 200 ml प्लाज्मा ही चढ़ाया जाएगा. यदि दोबारा प्लाज्मा चढ़ाने की नौबत आती है तो वह 24 घंटे बाद ही मरीज में चढ़ाया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि प्लाज्मा डोनेशन से हम एक निश्चित मात्रा में प्लाज्मा इकट्ठा कर रहे हैं. इसके द्वारा हम अपने संस्थान में भर्ती मॉडरेट मरीजों का इलाज करेंगे. इस प्लाज्मा को प्रिजर्व करके 1 साल तक के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है.

प्लाज्मा डोनेशन के लिए जारी किए गए नंबर
प्लाज्मा डोनेशन के लिए एसजीपीजीआई के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन में फोन या मैसेज कर संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा प्लाज्मा डोनेशन की अपॉइंटमेंट भी ली जा सकती है. यदि डोनर को आने जाने में परेशानी होती है तो एसजीपीजीआई से ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी. प्लाज्मा डोनेशन के लिए संस्थान द्वारा 8004904425, 8004004429 नंबर जारी किए गए हैं. इसके अलावा प्लाज्मा डोनेशन के लिए अपनी एलिजिबिलिटी की जानकारी के लिए कोई भी व्यक्ति 0522-2495411 नंबर पर फोन कर सकता है.

एसजीपीजीआई में प्लाज्माथेरेपी की पूरी प्रक्रिया के लिए संस्थान के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अनुपम वर्मा को प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर चयनित किया गया है. वहीं डॉ. राहुल कटारिया, डॉ. आर के चौधरी, डॉ. प्रीति एलहंस, डॉ. धीरज खेतान, कोरोना के नोडल ऑफिसर डॉ. आर के सिंह, हेमेटोलॉजी विभाग से डॉ. अंशुल गुप्ता और माइक्रोबायोलॉजी विभाग से डॉ. उज्ज्वला घोषाल शामिल होंगी.

लखनऊ: राजधानी में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के बाद अब एसजीपीजीआई भी कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए व्यक्तियों से प्लाज्मा डोनेशन की अपील कर रहा है. आईसीएमआर की मंजूरी मिलने के बाद तय गाइडलाइंस के अनुसार अब एसजीपीजीआई भी कोरोना संक्रमण के मरीजों में प्लाजमा सेल थेरेपी की योजना बना रहा है.

संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अनुपम वर्मा ने बताया कि आईसीएमआर द्वारा तय की गई गाइडलाइंस के अनुसार अब हमें प्लाज्मा डोनेशन की अनुमति मिल गई है. ऐसे में हम उन कोरोना वायरस से स्वस्थ होने वाले लोगों से अपील करना चाहते हैं कि वह आगे आकर प्लाज्मा डोनेशन करें, ताकि इससे कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज किया जा सके.

ये महिलाएं डोनेट कर सकती हैं प्लाज्मा
इस प्लाज्मा डोनेशन के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए पुरुषों का ही प्लाज्मा लिए जाने की बात डॉक्टर अनुपम ने बताई है. डॉ. अनुपम के अनुसार महिलाओं में प्लाज्मा डोनेशन सिर्फ वहीं कर सकती हैं, जो एक बार भी मां न बनी हों. वह कहते हैं कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कुछ एंटीबॉडीज बन जाती हैं. यह कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. ऐसे में सिर्फ पुरुषों से ही प्लाज्मा डोनेशन की बात आईसीएमआर की गाइडलाइंस में भी कही गई है.

एक मरीज में एक बार में चढ़ाया जाएगा 200 ml प्लाज्मा
डॉ. अनुपम के अनुसार एक व्यक्ति से एक बार में 500 ml प्लाज्मा लिया जाएगा और यदि वह दोबारा प्लाज्मा देना चाहेंगे तो 14 दिन बाद दोबारा से वह डोनेट कर सकते हैं. एक मरीज में एक बार में 200 ml प्लाज्मा ही चढ़ाया जाएगा. यदि दोबारा प्लाज्मा चढ़ाने की नौबत आती है तो वह 24 घंटे बाद ही मरीज में चढ़ाया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि प्लाज्मा डोनेशन से हम एक निश्चित मात्रा में प्लाज्मा इकट्ठा कर रहे हैं. इसके द्वारा हम अपने संस्थान में भर्ती मॉडरेट मरीजों का इलाज करेंगे. इस प्लाज्मा को प्रिजर्व करके 1 साल तक के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है.

प्लाज्मा डोनेशन के लिए जारी किए गए नंबर
प्लाज्मा डोनेशन के लिए एसजीपीजीआई के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन में फोन या मैसेज कर संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा प्लाज्मा डोनेशन की अपॉइंटमेंट भी ली जा सकती है. यदि डोनर को आने जाने में परेशानी होती है तो एसजीपीजीआई से ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी. प्लाज्मा डोनेशन के लिए संस्थान द्वारा 8004904425, 8004004429 नंबर जारी किए गए हैं. इसके अलावा प्लाज्मा डोनेशन के लिए अपनी एलिजिबिलिटी की जानकारी के लिए कोई भी व्यक्ति 0522-2495411 नंबर पर फोन कर सकता है.

एसजीपीजीआई में प्लाज्माथेरेपी की पूरी प्रक्रिया के लिए संस्थान के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अनुपम वर्मा को प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर चयनित किया गया है. वहीं डॉ. राहुल कटारिया, डॉ. आर के चौधरी, डॉ. प्रीति एलहंस, डॉ. धीरज खेतान, कोरोना के नोडल ऑफिसर डॉ. आर के सिंह, हेमेटोलॉजी विभाग से डॉ. अंशुल गुप्ता और माइक्रोबायोलॉजी विभाग से डॉ. उज्ज्वला घोषाल शामिल होंगी.

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