लखनऊ: इंदिरा नहर में बारातियों से भरी पिकअप गाड़ी पलटने से सात बच्चों की मौत हो गई. शुक्रवार को सभी मृतक बच्चों के शव गांव पहुंचे. पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. मृतक बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
दरअसल बुधवार की रात करीब 2:00 बजे शादी समारोह से लौट रही पिकअप वैन नगराम थाना क्षेत्र के पटवा खेड़ा गांव में इंदिरा नहर में गिर गई थी. पिकअप में करीब 29 लोग सवार थे. इसमें 22 लोग सुरक्षित बचा लिये गए और सात मासूम नहर में बह गए थे. करीब 36 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद NDRF, SDRF और 32वीं वाहिनी पीएसी के जवानों ने सभी शवों को बाहर निकाला.
गांव में पसरा मातम
पोस्टमार्टम के बाद बच्चों के शव जैसे ही उनके गांव पहुंचे परिवार समेत पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया. मृतक बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. ईटीवी भारत के टीम ने मृतक बच्चों के परिजनों से बात की तो उनका दर्द छलक उठा. हादसे में जान गंवाने वाले आठ वर्षीय सौरभ के परिवार से ईटीवी की टीम ने बात की तो पता चला कि बुधवार सुबह उनके घर में एक बच्चे के पैदा होने की खुशी का माहौल था तो रात होते-होते वह खुशी का माहौल मातम में बदल गया.
नशे में था पिकअप ड्राइवर
मृतक सौरभ के पिता तेज नारायण ने बताया कि सौरभ पढ़ने में काफी तेज था और हमेशा अव्वल आना चाहता था. गांव की रहने वाली प्रेम कुमारी की बेटी मानसी की इस हादसे में मौत हो गई. मानसी की मां प्रेमी कुमारी बेटी के जाने के गम में टूट चुकी हैं. मानसी के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. फिलहाल इंदिरा नहर से सभी शवों को निकाल लिया गया है. शवों को पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा दिया गया, जहां ग्रामीणों ने शवों का अंतिम संस्कार किया. बताया जा रहा है कि ड्राइवर के नशे में होने की वजह से हादसा हुआ है.