लखनऊः केजीएमयू ट्रामा सेंटर में उन्नाव रेप पीड़िता व उनके वकील को इलाज के लिए भर्ती कराया गया गया था. जहां पर उनके बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई थी. इस दौरान पीड़िता को देखने के लिए तमाम वीवीआईपी रोजाना वहां पर आना जाना लगा रहता था. इसकी वजह से ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्थाएं दुरुस्त चल रही थी.
लेकिन आज के हालात इससे इतर है. अब केजीएमयू ट्रामा सेंटर की व्यवस्था एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर आ गई. क्योंकि अभी सिर्फ 24 घंटे हुए है दोनों मरीजों को गए हुआ है और ट्रामा सेंटर में मरीजों को इलाज न मिलने की बात सामने आ रही है.
बस्ती से आये जगत अपने 13 साल के बच्चे को लेकर ट्रामा सेंटर के बाहर खड़े थे, लेकिन उनको इलाज नहीं मिल पाना एक बड़ी पीड़ा के रूप में दिखाई दे रहा था. उनका कहना है कि बच्चे को गंभीर बीमारी है, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया है. यह साफ करता हैं कि आम जनमानस और हाई प्रोफाइल मरीजों के रहने पर चिकित्सकों द्वारा सेवा में कितना बड़ा अंतर है.
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने कहा कि हम बेहतर सेवाएं देने का प्रयास कर रहे हैं. यदि इस तरह का कोई मरीज है तो उसका इलाज जल्द सुनिश्चित किय जाएगा.