ETV Bharat / state

लखनऊः केजीएमयू ट्रामा सेंटर में व्यवस्था बेपटरी, इलाज को मरीज परेशान

राजधानी लखनऊ के ट्रामा सेंटर में बीते दिनों उन्नाव रेप पीड़िता और उसके वकील के गंभीर हालत हो जाने के बाद यहां पर भर्ती किया गया था. इसकी वजह से वीवीआईपी मूवमेंट केजीएमयू ट्रामा सेंटर में लगा हुआ था और व्यवस्थाएं दुरुस्त दिख रही थी, लेकिन उन्नाव रेप पीड़िता व उनके वकील के रवाना हो जाने के बाद के ट्रामा सेंटर की व्यवस्था एक बार फिर से बेपटरी हो गई हैं.

ट्रामा सेंटर में स्वास्थ्य सेवा बदहाल
author img

By

Published : Aug 8, 2019, 3:25 PM IST

लखनऊः केजीएमयू ट्रामा सेंटर में उन्नाव रेप पीड़िता व उनके वकील को इलाज के लिए भर्ती कराया गया गया था. जहां पर उनके बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई थी. इस दौरान पीड़िता को देखने के लिए तमाम वीवीआईपी रोजाना वहां पर आना जाना लगा रहता था. इसकी वजह से ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्थाएं दुरुस्त चल रही थी.

ट्रामा सेंटर में स्वास्थ्य सेवा बदहाल.

लेकिन आज के हालात इससे इतर है. अब केजीएमयू ट्रामा सेंटर की व्यवस्था एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर आ गई. क्योंकि अभी सिर्फ 24 घंटे हुए है दोनों मरीजों को गए हुआ है और ट्रामा सेंटर में मरीजों को इलाज न मिलने की बात सामने आ रही है.

बस्ती से आये जगत अपने 13 साल के बच्चे को लेकर ट्रामा सेंटर के बाहर खड़े थे, लेकिन उनको इलाज नहीं मिल पाना एक बड़ी पीड़ा के रूप में दिखाई दे रहा था. उनका कहना है कि बच्चे को गंभीर बीमारी है, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया है. यह साफ करता हैं कि आम जनमानस और हाई प्रोफाइल मरीजों के रहने पर चिकित्सकों द्वारा सेवा में कितना बड़ा अंतर है.

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने कहा कि हम बेहतर सेवाएं देने का प्रयास कर रहे हैं. यदि इस तरह का कोई मरीज है तो उसका इलाज जल्द सुनिश्चित किय जाएगा.

लखनऊः केजीएमयू ट्रामा सेंटर में उन्नाव रेप पीड़िता व उनके वकील को इलाज के लिए भर्ती कराया गया गया था. जहां पर उनके बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई थी. इस दौरान पीड़िता को देखने के लिए तमाम वीवीआईपी रोजाना वहां पर आना जाना लगा रहता था. इसकी वजह से ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्थाएं दुरुस्त चल रही थी.

ट्रामा सेंटर में स्वास्थ्य सेवा बदहाल.

लेकिन आज के हालात इससे इतर है. अब केजीएमयू ट्रामा सेंटर की व्यवस्था एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर आ गई. क्योंकि अभी सिर्फ 24 घंटे हुए है दोनों मरीजों को गए हुआ है और ट्रामा सेंटर में मरीजों को इलाज न मिलने की बात सामने आ रही है.

बस्ती से आये जगत अपने 13 साल के बच्चे को लेकर ट्रामा सेंटर के बाहर खड़े थे, लेकिन उनको इलाज नहीं मिल पाना एक बड़ी पीड़ा के रूप में दिखाई दे रहा था. उनका कहना है कि बच्चे को गंभीर बीमारी है, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया है. यह साफ करता हैं कि आम जनमानस और हाई प्रोफाइल मरीजों के रहने पर चिकित्सकों द्वारा सेवा में कितना बड़ा अंतर है.

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने कहा कि हम बेहतर सेवाएं देने का प्रयास कर रहे हैं. यदि इस तरह का कोई मरीज है तो उसका इलाज जल्द सुनिश्चित किय जाएगा.

Intro:राजधानी लखनऊ के के ट्रामा सेंटर में बीते दिनों उन्नाव रेप पीड़िता और उसके वकील की गंभीर हालत में हो जाने के बाद यहां पर भर्ती किया गया था। इसकी वजह से वीवीआईपी मूवमेंट केजीएमयू ट्रामा सेंटर में लगे हुए थे और व्यवस्थाएं दुरुस्त दिख रही थी। लेकिन उन्नाव रेप पीड़िता व उनके वकील के रवाना हो जाने के बाद के ट्रामा सेंटर की व्यवस्था एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर आ गए हैं।




Body:राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में उन्नाव रेप पीड़िता व उनके वकील का रायबरेली रोड पर एक्सीडेंट हो जाने के बाद सीधे राजधानी लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया था। जहां पर उनके बेहतर उपचार के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई डॉक्टरों की टीम लगातार बेहतर इलाज देने का प्रयास कर रही थी। इस दौरान पीड़िता को देखने के लिए तमाम वीवीआईपी रोजाना वहां पर आना जाना लगा रहता था। इसकी वजह से ट्रॉमा की व्यवस्थाएं दुरुस्त चल रही थी।वही आला अफसरों की मौजूदगी में किसी भी तरह की कोई दिक्कत मरीजों को देखने मे नहीं मिल रही थी। लेकिन अब दोनों मरीजों के इलाज के द्वारा दिल्ली एम्स में भर्ती हो जाने के बाद ट्रामा सेंटर की व्यवस्था है एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर आ गई। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि अभी सिर्फ 24 घंटे दोनों मरीजों को गए हुए हुआ है और ट्रामा सेंटर में मरीजों को उपचार न मिलने की बात सामने आ रही है। दरअसल आज बस्ती से आये अभिभावक अपने 13 साल के बच्चे को लेकर ट्रामा के बाहर खड़े हुए। लेकिन उनको इलाज ना मिलने उनकी एक बड़ी पीड़ा के रूप में दिखाई दे रहा था। उनसे बातचीत में मालूम चला कि उनके बच्चे को गंभीर बीमारी है। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया है।यह हालात यह साफ करते हैं कि आम जनमानस और हाई प्रोफाइल मरीजों के रहने पर चिकित्सकों द्वारा सेवा में कितना बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। तमाम वीवीआईपी मूवमेंट के बीच किसी भी तरह की कोई शिकायत सामने नहीं आ रही थी। लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद ही अव्यवस्थाओं के रूप में ट्रामा सेंटर में देखने को मिल रहा है। इस पूरे मामले पर हमने केजीएमयू के डॉ सुधीर सिंह से बातचीत करी तो उन्होंने कहा की वे बेहतर सेवाएं देने का प्रयास कर रहे हैं यदि इस तरह का कोई मरीज नहीं मिल रहा है तो संज्ञान में लेते हुए बातचीत की जाएगी।लेकिन अब देखने वाली बात यह होगी ट्रामा के बाहर खड़े इन बेबस अभिभावकों को बच्चों को इलाज मिल पाएगा या नहीं।

बाइट- जगत,पीड़ित बच्चे का पिता
बाइट- पीड़ित बच्चे की माँ
बाइट- डॉ सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू




Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054606976
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.