लखनऊः कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों में पनपी प्रतिरोधक क्षमता की पहचान के लिए शहर में सीरो सर्वे (Sero Survey) चल जा रहा है. राजधानी लखनऊ में रविवार को सर्वे के तीसरे दिन 350 लोगों के खून के नमूने लिए गए. डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया कि डेढ़ दर्जन स्थानों से नमूने लिए गए हैं. इसमें सामान्य लोगों के साथ कोरोना को मात देने वाले और संवेदनशील मलिन बस्तियों के रहने वाले शामिल हैं.
जांच के लिए नमूने केजीएमयू में भेजे गए
डॉ. वर्धन ने बताया कि 49 टीमों ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के रक्त नमूने लिए हैं. प्रत्येक टीम में एक डॉक्टर क्षेत्रीय आशा, एएनएम और एक लैब टेक्नीशियन शामिल हैं जो चिन्हित इलाकों में जाकर लोगों के नमूने एकत्र कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि देर शाम तक सभी टीमों ने नमूने एकत्र कर केजीएमयू में जांच के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि जून के आखिरी सप्ताह तक सीरो सर्वे की रिपोर्ट आने की उम्मीद जाहिर की है.
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पिछले साल लिए थे एक हजार सैम्पल
डॉ. मिलिंद ने बताया कि कोरोना वायरस को मात देने के बाद लोगों के शरीर में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बन जाते हैं. सर्वे कर यह पता लगाया जा रहा है कि कितने लोगों में एंटीबॉडी बने और वह किस स्तर के हैं. जांच से यह भी पता चलेगा कि एंटीबॉडी कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम हैं या नहीं.डॉ. मिलिंद वर्धन के मुताबिक गत वर्ष भी कोरोना एंटीबॉडी की जांच के लिए सीरो सर्वे हुआ था. उस समय 1000 लोगों की नमूने लिए गए लिए गए थे. नमूने लेने के लिए लोगों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है. इसमें सामान्य लोग जो स्वस्थ्य हैं. दूसरे वे जो संवेदनशील इलाकों यानि मलिन बस्तियों में रहते हैं. तीसरे वे जो पहले कोरोना संक्रमित थे और उन्होंने दवाओं आदि के बाद वायरस को मात दी.