लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लखनऊ में वरिष्ठ शिया धर्मगुरु और इमामे जुमा मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने वसीम रिज़वी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर ऐतराज़ जताते हुए कड़े शब्दों में इसकी निंदा की है. उन्होंने सरकार से तुरंत वसीम रिज़वी को गिरफ्तार करने की मांग की. साथ ही वसीम रिज़वी पर देश में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है. कहा कि अगर सरकार वसीम को गिरफ्तार या उस पर प्रतिबंध नहीं लगाती तो इसका मतलब निकलेगा कि सरकार देश में फसाद कराना चाहती है.
मजलिस ओलमा-ए-हिंद के महासचिव और इमामे जुमा मौलाना कल्बे जवाद ने वसीम रिज़वी के बयान की कड़ी निंदा की है. शुक्रवार को बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि वसीम रिज़वी का इस्लाम एवं शिया समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि यह चरमपंथी और मुस्लिम विरोधी संगठनों का एजेंट है. उसके इस बयान के खिलाफ सभी शिया एवं सुन्नी ओलमा और राजनीतिक व सामाजिक नेताओं को इसके विरोध में एकजुट होना चाहिए और सरकार से इसकी गिरफ्तारी की मांग की जानी चाहिए।
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जेल से बचने के लिए वसीम ने दायर की याचिका
मौलाना ने अपने बयान में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि वसीम रिज़वी अपने बयानों से साबित कर रहा है कि वह यज़ीद का वंशज है. मौलाना ने कहा कि वसीम रिज़वी ने कट्टर मुस्लिम विरोधी ताक़तों को खुश करने के लिए ऐसा कदम उठाया है ताकि वह उसका समर्थन करें और वह जेल जाने से बच सके. जैसा कि सब जानते है वक्फ बोर्ड की सीबीआई जांच चल रही है. इस लिए वह ऐसे बयान दे रहा है ताकि उसकी बेईमानी और भ्रष्टाचार पर पर्दा पड़ा रहे.
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शिया समुदाय से खारिज करने को लिखेंगे पत्र
मौलाना ने शुक्रवार को कहा कि हम इस संबंध में ईरान और इराक़ के मराजाए किराम एवं मुजतहिद हज़रात को एक पत्र लिखेंगे ताकि उनसे वसीम रिज़वी के इस बयान के संबंध में एक आदेश लिया जा सके. इसे इस्लाम से ख़ारिज घोषित किया जा सके ताकि वह किसी मुस्लिम संगठन और बोर्ड का सदस्य न बन सके. मौलाना ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि वसीम रिजवी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए क्योंकि उसके बयान से देश में अमन और शांति को ख़तरा है. उसके बयान से किसी भी समय देश में दंगों की आग भड़क सकती है. अगर उसे प्रतिबंधित और गिरफ्तार नहीं किया गया तो हम समझेंगे कि सरकार फसाद भड़काने में उसके साथ शामिल है.