लखनऊ: राजधानी में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत हत्याकांड मामले में ट्रांजिड रिमांड पर पूछताछ के लिए लाए गए गिरधारी की पुलिस कस्टडी से भागने के दौरान मुठभेड़ में मौत हो गई थी. मामले की जांच के लिए इस घटना का सीन रिक्रिएशन किया गया था. शनिवार को गिरधारी के एनकाउंटर स्थल पर फोरेंसिक टीम ने घटना का रिक्रिएशन किया. इस सीन रिक्रिएशन के दौरान एनकाउंटर के समय घटना पर मौजूद डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन, इंस्पेक्टर चंदशेखर सिंह सहित पुलिसकर्मी शामिल रहे. इस दौरान फोरेंसिक टीम ने पूरी घटना का सीन रिक्रिएशन कर पूरे मामले की गहनता से जांच की.
मुठभेड़ में हुई थी गिरधारी की मौत
विभूतिखंड थाना क्षेत्र स्थित कठौता चौराहे के पास मुख्तार के करीबी अजीत सिंह की 30-60 राउंड गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसमें अजीत के शरीर से 25 गोलियां पार हो गई थीं. इस मामले में पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार करके पूछताछ की है. वहीं, लखनऊ पुलिस ने दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार हुए शूटर गिरधारी विश्वकर्मा को दिल्ली कोर्ट से ट्राजिंड रिमांड पर लेकर लखनऊ लाई थी. इस मामले में पुलिस गिरधारी को लेकर उनकी निशानदेही पर असलहा बरामद करने के लिए सहारा हॉस्पिटल के पास खड़कापुर क्रॉसिंग गई हुई थी. जहां पर गिरधारी ने भागने का प्रयास किया था. इसी दौरान पुलिस की हुई मुठभेड़ में गिरधारी की मौत हो गई थी.
पुलिस ने की है 6 लोगों की गिरफ्तारी
विभूतिखंड थाना क्षेत्र में मऊ से जिला बदर किए गए पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह रहते थे. 6 जनवरी को अजीत मित्र के साथ कठौता चौराहे पर अपनी कार से हुक्का का पाइप खरीदने आए हुए थे. इसी दौरान कठौता चौराहे पर गिरधारी अपने अन्य साथियों के साथ खड़ा हुआ था. उसी दौरान उसने अजीत को देखते ही 30-60 राउंड फायरिंग कर दी. इसके बाद अजीत की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना से चौराहे पर आस-पास मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. पुलिस ने इस मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस ने तीन लोगों पर इनाम की भी घोषणा की हुई है.