लखनऊ: लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ किसानों ने 'रेल रोको आंदोलन' का एलान किया है. किसान इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. उनका साफ कहना है कि जब तक मंत्री की बर्खास्तगी नहीं हो जाती, तब तक निष्पक्ष जांच होना संभव नहीं है.
किसानों के 'रेल रोको अभियान' के एलान के मद्देनजर लखनऊ में भी रेलवे प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए स्टेशन और पटरियों की सुरक्षा के लिए जीआरपी और आरपीएफ को मुस्तैद कर दिया है. रेलवे स्टेशन की सुरक्षा की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों को एक्टिव किया गया है. बता दें कि किसानों ने सुबह 10 बजे से लेकर शाम चार बजे तक रेल रोको अभियान की घोषणा की है.
जीआरपी के एसपी सौमित्र यादव ने रेल संपत्तियों की सुरक्षा के लिए रविवार को ही जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों के साथ बातचीत कर दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे. सोमवार को सुबह से ही स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ के सुरक्षाकर्मी गस्त करते नजर आए. पटरियों के आस-पास सुरक्षा को लेकर भी आरपीएफ और जीआरपी के जवान मुस्तैद हैं.
लखनऊ के आस-पास के रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बलों की निगरानी के लिए स्पेशल टीम गठित की गई है. किसानों के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी के अलावा स्थानीय पुलिस की भी सहायता ली जा रही है. इतना ही नहीं रेलवे प्रशासन ने सजगता दिखाते हुए लखीमपुर मैलानी की कई ट्रेनों को भी निरस्त कर दिया है, जिससे ट्रेन रोकने पर यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो और रेलवे को कोई नुकसान न हो.