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मुजफ्फरनगर: दिसंबर का सबसे ठंडा दिन रहा शनिवार - मुजफ्फरनगर समाचार

तेज हवाओं और सर्दीली बर्फबारी के बीच पारा भी गिरने लगा है. इससे आम जनमानस का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. 28 दिसंबर का दिन मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद सहित कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.

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कई जिलों में 28 दिसंबर का सबसे ठंडा दिन रहा
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Published : Dec 29, 2019, 12:04 AM IST

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के इलाकों में लगातार ठंड का प्रकोप जारी है. इस गलन भरी सर्दी से लोगों को परेशानी हो रही है. ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ने में खुद का ही रिकॉर्ड बना लिया है. शनिवार को न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो मुजफ्फरनगर में इस साल के सबसे ठड़े दिन के रूप में दर्ज हुआ.

मुजफ्फरनगर में 1.7 डिग्री सेल्सियस पहुंचा पारा

कपकपा देने वाली इस सर्दी में लोगों ने सर्दी के प्रकोप से बचने के लिए आग और गर्म कपड़े का सहारा लिया हुआ है. लगातार बढ़ रही सर्दी से जनजीवन अस्त व्यस्त है. ठंड भरे बर्फीले दिन से लोग अधिकतर घरों में ही दुबके रहे. सड़कों और बाजारों में बहुत कम लोग दिखाई दिए. मुजफ्फरनगर मौसम विभाग ने पूर्व अनुमान जताते हुए बताया कि आने वाले दिनों में इससे भी ज्यादा अत्यधिक ठंड पड़ने की आशंका है.

इस तरह लगातार पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की वजह से शीत लहर से लगातार सर्दी बढ़ रही है. तापमान डाउन हो रहा है अगर ऐसा ही चलता रहा तो कई पुराने सर्दी के रिकॉर्ड भी टूट सकते हैं.
पानसिंह, मौसम वैज्ञानिक

मुरादाबाद: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और बरसात के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड हो रहीं है. मुरादाबाद जनपद में शीतलहर और घने कोहरे के चलते जनजीवन ठहर सा गया है. कड़ाके की सर्दी के चलते दोपहर के वक्त भी सड़कें खाली नजर आई. घने कोहरे ने ट्रेनों और बसों की रफ्तार पर रोक लगा दी है. सर्दी के इस मौसम में डॉक्टर भी अतिरिक्त सावधानियां बरतने की सलाह दे रहें है. बच्चों और बुजुर्गों को इस मौसम में निमोनिया,अस्थमा, फेफड़ों में संक्रमण की समस्या हो सकती है. लिहाजा उनसे घर में रहने और गर्म कपडे़ पहनने की अपील की जा रही है.

मुरादाबाद में शनिवार का दिन न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो पिछले कई सालों में सबसे कम है. स्कूलों में छुट्टी होने के चलते जहां बच्चों को राहत मिली है. वहीं कारोबारी और नौकरीपेशा बमुश्किल काम पर जा पा रहें है.
राजीव शर्मा, अध्यक्ष


तीन दिनों से जारी शीतलहर के चलते अस्पतालों में भी मरीजों की तादात बढ़ी है.अस्थमा और फेफड़ों में संक्रमण से परेशान मरीज आने भी शुरू हुए है. बीमार व्यक्तियों को इस मौसम में घर से बाहर न निकलते वक्त गर्म कपड़ें पहन कर घर में ही रहे.
ए. के. मिश्रा, डॉक्टर

लखीमपुरखीरी: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और चल रही ठंडी हवाओं ने अब मैदानी इलाकों को अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया है. तराई का खीरी जिला भी अब 4 डिग्री के टॉर्चर को झेल रहा है. सरकारी दफ्तर हों या खेत खलिहान या शहरों की सड़कें सब सर्दी की मार से सन्नाटे में हैं. व्यापार धीमा हो गया है. सड़कों की रफ्तार कम है लेकिन रजाई और कम्बलों की बिक्री जोरों पर है.

लखीमपुर खीरी में 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा
यूपी के तराई के लखीमपुर खीरी जिले में शनिवार को इस साल का सबसे सर्द दिन रहा. पारा साढे तीन डिग्री तक लुढ़क गया. इससे आम जनजीवन बुरी तरीके से प्रभावित हो गया है. सड़कों पर यातायात पर ब्रेक लग गई है. रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे हैं. भीषण सर्दी के चलते डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने स्कूलों में दो दिनों का अवकाश घोषित कर दिया है शनिवार को भी स्कूल बंद रहे.



प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पिछले दो दिनों से ठंड का कहर जारी है. ठंड से बचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर चौक-चौराहों पर अलाव के साथ ही मॉडल रैन बसेरा का निर्माण कर रहा है. मॉडल रैन बसेरा में राहगीरों की ठंड से बचने और रुकने की पूरी व्यवस्था की गई है. जिला अधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने कहा कि जनपद में लगातार ठंड बढ़ने की वजह से रैन बसेरा का निर्माण किया गया है. राहगीरों की बेहतर सुविधा मिले और कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे न सोए. इसका पूरा ध्यान जिला प्रशासन द्वारा दिया जा रहा है.

जिलाधिकारी ने लोगों के लिए रैन बसैरा की व्यवस्था की

ठंड को लेकर नगर निगम टीम और संबंधित अधिकारियों को यह निर्देशित किया गया है कि कोई व्यक्ति अगर रोड पर सोता हुआ मिला तो उसे तत्काल रूप से रैन बसेरा में शिफ्ट किया जाए. जिला और पुलिस प्रशासन की टीम जिले में बने सभी रैन बसेरों की मॉनिटरिंग करती है. इस दौरान कोई भी व्यक्ति ठंड में मिलता है तो उसे तत्काल रूप से नजदीकी रैन बसेरा में शिफ्ट किया कराया जाता है.
भानुचन्द्र गोस्वामी, जिला अधिकारी

बाराबंकी: पिछले कई दिनों से भीषण शीत लहर के चलते जिले में जनजीवन अस्त व्यस्त है. कोहरे के चलते विजिबिल्टी भी कम है. ज्यादा ठड़ होने से शहर के कुछ इलाकों में जल रहे अलाव लोगों के लिए नाकाफी साबित हो रहे हैं. शनिवार को न्यूनतम पारा 8 डिग्री तक पहुंच गया. गरीब और बेसहारा लोग कड़कड़ाती ठंड से बेहाल हैं. रोजाना मेहनत मजदूरी कर परिवार का पेट पालने वाले लोग काम न मिलने से परेशान हैं.

बाराबंकी में 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के इलाकों में लगातार ठंड का प्रकोप जारी है. इस गलन भरी सर्दी से लोगों को परेशानी हो रही है. ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ने में खुद का ही रिकॉर्ड बना लिया है. शनिवार को न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो मुजफ्फरनगर में इस साल के सबसे ठड़े दिन के रूप में दर्ज हुआ.

मुजफ्फरनगर में 1.7 डिग्री सेल्सियस पहुंचा पारा

कपकपा देने वाली इस सर्दी में लोगों ने सर्दी के प्रकोप से बचने के लिए आग और गर्म कपड़े का सहारा लिया हुआ है. लगातार बढ़ रही सर्दी से जनजीवन अस्त व्यस्त है. ठंड भरे बर्फीले दिन से लोग अधिकतर घरों में ही दुबके रहे. सड़कों और बाजारों में बहुत कम लोग दिखाई दिए. मुजफ्फरनगर मौसम विभाग ने पूर्व अनुमान जताते हुए बताया कि आने वाले दिनों में इससे भी ज्यादा अत्यधिक ठंड पड़ने की आशंका है.

इस तरह लगातार पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की वजह से शीत लहर से लगातार सर्दी बढ़ रही है. तापमान डाउन हो रहा है अगर ऐसा ही चलता रहा तो कई पुराने सर्दी के रिकॉर्ड भी टूट सकते हैं.
पानसिंह, मौसम वैज्ञानिक

मुरादाबाद: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और बरसात के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड हो रहीं है. मुरादाबाद जनपद में शीतलहर और घने कोहरे के चलते जनजीवन ठहर सा गया है. कड़ाके की सर्दी के चलते दोपहर के वक्त भी सड़कें खाली नजर आई. घने कोहरे ने ट्रेनों और बसों की रफ्तार पर रोक लगा दी है. सर्दी के इस मौसम में डॉक्टर भी अतिरिक्त सावधानियां बरतने की सलाह दे रहें है. बच्चों और बुजुर्गों को इस मौसम में निमोनिया,अस्थमा, फेफड़ों में संक्रमण की समस्या हो सकती है. लिहाजा उनसे घर में रहने और गर्म कपडे़ पहनने की अपील की जा रही है.

मुरादाबाद में शनिवार का दिन न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो पिछले कई सालों में सबसे कम है. स्कूलों में छुट्टी होने के चलते जहां बच्चों को राहत मिली है. वहीं कारोबारी और नौकरीपेशा बमुश्किल काम पर जा पा रहें है.
राजीव शर्मा, अध्यक्ष


तीन दिनों से जारी शीतलहर के चलते अस्पतालों में भी मरीजों की तादात बढ़ी है.अस्थमा और फेफड़ों में संक्रमण से परेशान मरीज आने भी शुरू हुए है. बीमार व्यक्तियों को इस मौसम में घर से बाहर न निकलते वक्त गर्म कपड़ें पहन कर घर में ही रहे.
ए. के. मिश्रा, डॉक्टर

लखीमपुरखीरी: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और चल रही ठंडी हवाओं ने अब मैदानी इलाकों को अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया है. तराई का खीरी जिला भी अब 4 डिग्री के टॉर्चर को झेल रहा है. सरकारी दफ्तर हों या खेत खलिहान या शहरों की सड़कें सब सर्दी की मार से सन्नाटे में हैं. व्यापार धीमा हो गया है. सड़कों की रफ्तार कम है लेकिन रजाई और कम्बलों की बिक्री जोरों पर है.

लखीमपुर खीरी में 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा
यूपी के तराई के लखीमपुर खीरी जिले में शनिवार को इस साल का सबसे सर्द दिन रहा. पारा साढे तीन डिग्री तक लुढ़क गया. इससे आम जनजीवन बुरी तरीके से प्रभावित हो गया है. सड़कों पर यातायात पर ब्रेक लग गई है. रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे हैं. भीषण सर्दी के चलते डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने स्कूलों में दो दिनों का अवकाश घोषित कर दिया है शनिवार को भी स्कूल बंद रहे.



प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पिछले दो दिनों से ठंड का कहर जारी है. ठंड से बचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर चौक-चौराहों पर अलाव के साथ ही मॉडल रैन बसेरा का निर्माण कर रहा है. मॉडल रैन बसेरा में राहगीरों की ठंड से बचने और रुकने की पूरी व्यवस्था की गई है. जिला अधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने कहा कि जनपद में लगातार ठंड बढ़ने की वजह से रैन बसेरा का निर्माण किया गया है. राहगीरों की बेहतर सुविधा मिले और कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे न सोए. इसका पूरा ध्यान जिला प्रशासन द्वारा दिया जा रहा है.

जिलाधिकारी ने लोगों के लिए रैन बसैरा की व्यवस्था की

ठंड को लेकर नगर निगम टीम और संबंधित अधिकारियों को यह निर्देशित किया गया है कि कोई व्यक्ति अगर रोड पर सोता हुआ मिला तो उसे तत्काल रूप से रैन बसेरा में शिफ्ट किया जाए. जिला और पुलिस प्रशासन की टीम जिले में बने सभी रैन बसेरों की मॉनिटरिंग करती है. इस दौरान कोई भी व्यक्ति ठंड में मिलता है तो उसे तत्काल रूप से नजदीकी रैन बसेरा में शिफ्ट किया कराया जाता है.
भानुचन्द्र गोस्वामी, जिला अधिकारी

बाराबंकी: पिछले कई दिनों से भीषण शीत लहर के चलते जिले में जनजीवन अस्त व्यस्त है. कोहरे के चलते विजिबिल्टी भी कम है. ज्यादा ठड़ होने से शहर के कुछ इलाकों में जल रहे अलाव लोगों के लिए नाकाफी साबित हो रहे हैं. शनिवार को न्यूनतम पारा 8 डिग्री तक पहुंच गया. गरीब और बेसहारा लोग कड़कड़ाती ठंड से बेहाल हैं. रोजाना मेहनत मजदूरी कर परिवार का पेट पालने वाले लोग काम न मिलने से परेशान हैं.

बाराबंकी में 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा
Intro:मुजफ्फरनगर: दिसंबर का सबसे ठंडा दिन रहा शनिवार
मुजफ्फरनगर। लगातार ठंड का प्रकोप जारी है, ठंड ने मानो रिकॉर्ड ही तोड़ दिए। शनिवार को न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो मुज़फ्फरनगर में इस साल के सबसे ठन्डे दिन के रूप में दर्ज हुआ।
Body:हाड़ कपकपा देने वाली इस सर्दी में लोगों ने सर्दी के प्रकोप से बचने के लिए आग और गर्म कपड़े का सहारा लिया हुआ है । लगातार बढ़ रही सर्दी से जनजीवन अस्त व्यस्त है और आज के ठंड भरे बर्फीले दिन को देखते हुए लोग अधिकतर घरों में ही दुबके रहे, सड़कों और बाजारों में बहुत कम लोग दिखाई दिए, मुजफ्फरनगर मौसम विभाग ने पूर्व अनुमान जताते हुए आने वाले दिनों में इससे भी ज्यादा अत्यधिक ठंड पड़ने की आशंका जाहिर की है।

Conclusion:मौसम वैज्ञानिक पान सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह लगातार पहाड़ो पर हो रही बर्फबारी की वजह से शीत लहर ज्यादा है और जिस वजह से लगातार सर्दी बढ़ रही है। टेंपरेचर डाउन हो रहा है अगर ऐसा ही चलता रहा तो कई पुराने सर्दी के रिकॉर्ड भी टूट सकते हैं।


बाइट = पानसिंह (मौसम वैज्ञानिक)

अंकित मित्तल
9719007272
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